रोजाना भास्कर चंडीगढ़/जालंधर। पंजाब की राजनीति में इस समय बड़ा बदलाव देखने को मिला है। शिरोमणि अकाली दल के महासचिव जगदीश सिंह चीमा ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। चीमा इससे पहले अमलोह और फतेहगढ़ साहिब विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ चुके हैं और उनके पिता रणधीर सिंह चीमा पंजाब में तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
भाजपा में शामिल होने का यह ऐलान एक भव्य कार्यक्रम के दौरान हुआ, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंजाब भाजपा के कार्यवाहक प्रभारी अश्विनी शर्मा मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि “पंजाब के लोगों ने कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी—तीनों की सरकारें देख ली हैं। अब जनता भाजपा की सरकार चाहती है, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि राज्य का विकास केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही संभव है।”
सीएम सैनी ने आगे कहा कि “आज पंजाब के लोग मोदी सरकार की नीतियों से बेहद प्रभावित हैं। वे महसूस करते हैं कि आम आदमी पार्टी की सरकार चुनकर उन्होंने गलती की थी। जो सपने और वादे आम आदमी पार्टी ने दिखाए थे, वे खोखले साबित हुए हैं। न रोजगार मिला, न विकास—बल्कि जनता के साथ छल हुआ है।”
जगदीश सिंह चीमा ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उनका यह फैसला पंजाब की भलाई के लिए है। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी की नीति, राष्ट्रवादी सोच और विकास के विज़न से प्रेरित होकर भाजपा में आए हैं। चीमा ने कहा कि “अब समय आ गया है जब पंजाब को मज़बूत और स्थिर नेतृत्व की जरूरत है, जो सिर्फ वादे नहीं, बल्कि काम करे—और वह नेतृत्व भाजपा के पास है।”