हॉस्टल्स में रह रहे छात्रों की जिम्मेदारी प्रबंधन की, जालंधर में देर रात से हो रही बारिश से बिगड़े हालात
रोजाना भास्कर (जालंधर/चंडीगढ़/होशियारपुर): पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और बढ़ते जलस्तर ने हालात को बेहद गंभीर बना दिया है। बाढ़ से प्रभावित इलाकों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है। ऐसे संकट की घड़ी में मुख्यमंत्री भगवंत मान आज होशियारपुर और टांडा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।

मुख्यमंत्री सबसे पहले होशियारपुर में राहत केंद्रों में ठहरे लोगों से मुलाकात करेंगे और उनके हालात की प्रत्यक्ष जानकारी लेंगे। इसके बाद वे टांडा के प्रभावित गांवों का भी दौरा करेंगे, जहां वे राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देंगे। मुख्यमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति और भी विकराल होती जा रही है।

राज्य सरकार ने आपात स्थिति को देखते हुए बड़ा फैसला लेते हुए पंजाब के सभी कॉलेज, विश्वविद्यालय और पॉलिटेक्निक संस्थानों को 3 सितंबर 2025 तक बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। इसके तहत किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधि पर रोक रहेगी।
सरकार ने छात्रावासों में रह रहे छात्रों की सुरक्षा को लेकर विशेष निर्देश दिए हैं। संबंधित संस्थानों के प्रशासन को छात्रों की पूरी देखरेख व सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन पूरी सतर्कता बरतें। किसी भी अफवाह से बचें और केवल सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें। राहत और बचाव कार्यों में सरकार, एनडीआरएफ, सेना और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से जुटे हुए हैं।
बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए स्थानीय समाजसेवी संगठनों और स्वयंसेवकों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों को चौबीसों घंटे निगरानी बनाए रखने और जरूरतमंद लोगों को तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
पंजाब इस समय एक बड़ी प्राकृतिक चुनौती का सामना कर रहा है, और ऐसे समय में जन-भागीदारी और सरकारी मशीनरी की तत्परता ही राज्य को इस आपदा से उबार सकती है।














