नई दिल्ली. निहाल विहार में 7 साल की मासूम की हत्या के मामले में पुलिस ने बाप-बेटे को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि बेटे राजेंद्र (21) ने बच्ची को अगवा कर रेप किया और उसे बचाने के लिए बाप रामशरण (51) ने मासूम का गला घोंट मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी खंगाले और घर-घर जाकर सुराग तलाशा। इस दौरान एक फुटेज मिला, जिसमें आरोपी स्कूटर पर एक बैग ले जाते दिख रहे थे। पूछताछ में पता चला कि इसी बैग में शव था।
पुलिस की जांच में यह साफ हो गया कि बच्ची को अगवा करके उससे पहले दरिंदगी की गई, फिर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी गई। बच्ची के शव को ठिकाने लगाने के आरोप में लड़के के साथ उसके पिता ने मदद की। एक फुटेज में आरोपी लड़का व उसका बाप स्कूटर पर एक बैग ले जाते हुए दिखाई दिए। इससे पहले ज्वालाहेड़ी चौक पर बच्ची के परिजनों ने सोमवार सुबह शव को रखकर प्रदर्शन किया।
पुलिस अफसरों के टीम ने डोर टु डोर मिसिंग लोगों की पड़ताल की, तब सुराग मिला। राजेंद्र प्राइवेट काम करता है। शनिवार रात सात साल की बच्ची को उस समय अगवा कर लिया गया, जब वह अपनी बहन के साथ बाजार गई थी। अगले दिन बच्ची का शव डीडीए पार्क से मिला।
पूछताछ में राजेंद्र ने बताया कि वह चिप्स देने के बहाने बच्ची को तीसरी मंजिल स्थित कमरे में ले
गया और बच्ची के साथ गलत काम किया। जब वह चीखी तो मुंह पर हाथ रख दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। इसी दौरान उसके पिता आ
गए। बच्ची को ऐसी हालत में देख उसने बेटे को बचाने के लिए रस्सी से पहले हाथ-पैर
बांधे फिर बैग में रखकर स्कूटर से वहां फेंक आए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि
आरोपी को शक था कि बच्ची जिंदा है। वह देर रात 12 बजे दोबारा पार्क में पहुंचा और बच्ची के सिर
को पत्थर से कुचल दिया।
पहले भी रेप का केस दर्ज
जांच में पता चला कि
राजेंद्र पर पहले भी बच्ची से रेप का मामला दर्ज है। उसने दो साल पहले निहाल विहार
इलाके में ही वारदात को अंजाम दिया था