जालंधर से दीपक बाली और मंत्री मोहिंदर भगत भी नगर कीर्तन में पहुंचे, सरकार ने किए विशेष प्रबंध
श्रीनगर/पंजाब (रोजाना भास्कर ब्यूरो): गुरुद्वारा छेवीं पातशाही में आयोजित श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के कीर्तन दरबार में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिख संगत के साथ नतमस्तक होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत, आप नेता दीपक बाली और विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल भी मौजूद रहे।

कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने गुरु साहिब के प्रेम, मानवता, धार्मिक स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के संदेश को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने इस ऐतिहासिक अवसर को अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपने संबोधन में कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान भारत के इतिहास को नया मोड़ देने वाला है। उन्होंने कश्मीरी पंडितों के महान संत पंडित कृपा राम जी के योगदान का उल्लेख करते हुए बताया कि उनकी अगुवाई में कश्मीरी पंडितों ने धर्म की रक्षा हेतु गुरु साहिब से सहायता मांगी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीनगर से निकाले जा रहे नगर कीर्तन में कश्मीरी पंडितों की भागीदारी भाईचारे और सद्भाव का प्रेरक संदेश है। उन्होंने रेखांकित किया कि गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि समूची मानवता, सत्य और न्याय की रक्षा के लिए था।

उन्होंने आगे बताया कि गुरु साहिब की शहादत के 24 वर्ष बाद खालसा पंथ की स्थापना हुई, जिसने साहस, बलिदान और धार्मिक स्वतंत्रता की नई मिसाल पेश की। पंजाबियों को यह विरासत गुरु अर्जुन देव जी, गुरु तेग बहादुर जी और गुरु गोबिंद सिंह जी से मिली है, जिस पर वे गर्व करते हैं।














