नई दिल्ली (रोजाना भास्कर ब्यूरो): एआइ वरदान है या अभिशाप… पूरी दुनिया में बहस चल रही है। एक बड़ा घड़ा इसे क्रांतिकारी बदलाव मानता है तो ऐसे लोगों की कमी भी नहीं है जो खामियां गिनाता है। इन सबके बीच चैटजीपीटी ने अमेरिका के कनेक्टिकट में पूर्व आइटी पेशेवर के भ्रम को सही ठहराया, जिस कारण उसने मां को मारकर आत्महत्या कर ली।

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि चैटजीपीटी के कारण हुई हत्या का यह संभवतः पहला मामला है। अब 83 वर्षीय महिला के स्वजन ने चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआइ व व्यापारिक साझेदार माइक्रोसाफ्ट पर मुकदमा दायर किया है।
ओपनएआइ पर आरोप-इसने दोषपूर्ण उत्पाद बनाया और वितरित किया, मनोचिकित्सक के पास जाने का भी नहीं दिया सुझाव
एआइ निर्माता कंपनी पर हत्या का मामला उसी दिन दर्ज हुआ, जिस दिन टाइम पत्रिका ने पर्सन आफ द ईयर एआइ निर्माताओं को बनाने की घोषणा की।
चैटजीपीटी को और सशक्त बनाएंगे : ओपनएआइ
ओपनएआइ ने कहा है कि यह बेहद दुखद स्थिति है। पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए दस्तावेजों की समीक्षा करेंगे। हम मानसिक या भावनात्मक संकट के संकेत पहचानने और उन पर प्रतिक्रिया देने, बातचीत को शांत करने और लोगों को वास्तविक सहायता देने के लिए चैटजीपीटी के प्रशिक्षण में
लगातार सुधार कर रहे हैं। हम मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ मिलकर संवेदनशील क्षणों में चैटजीपीटी की प्रतिक्रियाओं को और भी सशक्त बना रहे हैं। माइक्रोसाफ्ट ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है।














