जालंधर अस्पताल में ऑक्सीजन संकट से गई तीन जानें: पंजाब सरकार की सख्त कार्रवाई, तीन डॉक्टर निलंबित, एक बर्खास्त

रोजाना भास्कर (जालंधर/चंडीगढ़): जालंधर के एक सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से तीन मरीजों की दर्दनाक मौत के मामले ने पूरे पंजाब में हड़कंप मचा दिया है। घटना के बाद सामने आई शुरुआती जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। इस पर पंजाब सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए चार डॉक्टरों पर त्वरित कार्रवाई की है।

सरकारी आदेश के अनुसार, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राज कुमार, एसएमओ डॉ. सुरजीत सिंह और डॉ. सोनाक्षी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं, हाउस सर्जन डॉ. शमिंदर सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यदि विस्तृत रिपोर्ट में दोष साबित होता है, तो निलंबित अधिकारियों को भी नौकरी से पूर्ण रूप से बर्खास्त कर दिया जाएगा और सरकारी सेवा से जुड़े सभी लाभों से वंचित किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री की प्रेस वार्ता

“यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सरकार इसे सामान्य लापरवाही नहीं मानती। यदि अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई वास्तविक कमी नहीं थी, फिर भी मरीजों की मौत होती है, तो यह सीधी प्रशासनिक विफलता है। हम दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शेंगे नहीं।”

आगे की जांच जारी, तलब किए जाएंगे जवाब

सरकार ने बताया कि तीनों निलंबित डॉक्टरों से जल्द ही लिखित स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उनकी प्रतिक्रिया के आधार पर अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसके बाद अगली कानूनी और विभागीय कार्रवाई तय की जाएगी। यह कार्रवाई उन सभी चिकित्सा संस्थानों के लिए भी एक सख्त संदेश है, जो अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से नहीं लेते।

ऑक्सीजन की ‘कथित कमी’ बनी मौत की वजह

मंत्री ने यह भी कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई वास्तविक कमी दर्ज नहीं की गई थी, ऐसे में मरीजों की मौत पूरी तरह से प्रशासनिक लापरवाही और समन्वय की कमी का नतीजा है।

पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि जन स्वास्थ्य के मुद्दे पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला सिर्फ एक अस्पताल की लापरवाही नहीं, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र की जिम्मेदारी को लेकर चेतावनी है। पंजाब सरकार ने इस संदेश को साफ कर दिया है कि जनता की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।