जालंधर, रोजाना भास्कर (हरीश शर्मा): क्रिकेट सट्टेबाजी के जाल में फंसकर एक परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच गया। शहर के कबीर नगर इलाके में रहने वाले टीटू नामक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली, जब तीन कुख्यात बुकीज और जुआरियों ने उसे सट्टे के खेल में करीब 70 लाख रुपये का चूना लगाकर उसका घर भी हड़प लिया।
जानकारी के अनुसार, टीटू पिछले कुछ महीनों से क्रिकेट मैचों पर ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टा खेल रहा था।
इसी दौरान शहर के तीन बड़े बुकीज, जिनमें से एक अटारी बाजार का हैंडलूम कारोबारी बताया जा रहा है, ने मिलकर टीटू को धोखे से करोड़ों के सट्टे में फंसा दिया। आरोप है कि इन लोगों ने सट्टे में जीत की आड़ में टीटू से उसका घर अपने नाम करवा लिया।
परिजनों ने बताया कि टीटू पहले से आर्थिक संकट में था, लेकिन बुकीज ने उसे और अधिक कर्ज़ में धकेल दिया। हालात इतने बिगड़े कि वह न तो पैसा चुका सका, न ही घर बचा सका। मानसिक तनाव में आकर उसने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जिन बुकीज के नाम इस प्रकरण में आ रहे हैं, उनमें से एक हैंडलूम कारोबारी पहले भी डीजे ऑपरेटर और फाइनेंसर को ठगने के मामलों में शामिल रहा है। यही व्यक्ति कथित रूप से जुए की एक लूटकांड में भी फंसा था, जिसमें उसकी जमकर पिटाई हुई थी और वह वहां से भाग निकला था।
यह भी सामने आया है कि वही कारोबारी अटारी बाजार में करोड़ों रुपये की अवैध बिल्डिंग बनाकर नगर निगम को लाखों का चूना लगा चुका है। इलाके में उसके खिलाफ कई शिकायतें लंबित हैं, लेकिन अब तक उस पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई।
इस पूरे मामले ने शहर में सट्टेबाजी और जुए के बढ़ते नेटवर्क पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि इन बुकीज और माफिया नेटवर्क पर लगाम लगाई जा सके और किसी और घर को ऐसी बर्बादी से बचाया जा सके।