दिल्ली का सीएम कौन! जनादेश के बाद पार्टी का मंथन शुरू, कई बड़े नेताओं के नाम रेस में; विधायकों की ली जाएगी राय… पढ़ें

70 में से 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद सत्ता में लौटी भाजपा, ज़श्न मना रहे दुनियाभर के समर्थकों की निगाहें CM चेहरे पर

नई दिल्ली/पंजाब (रोजाना भास्कर): 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर रही भाजपा में अब मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। भाजपा ने किसी को भी अपना चेहरा घोषित नहीं किया था। संभावित दावेदारों में अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा के साथ सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता और आशीष सूद के नाम की अटकले लगाई जा रही हैं। पार्टी की पसंद पूर्वांचली और पंजाबी हैं क्योंकि वोट बैंक इन्हीं का है।

इससे किसी पूर्वांचली को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। 70 सदस्यीय विधानसभा में 10 प्रतिशत को मंत्रिमंडल में स्थान मिलता है। मुख्यमंत्री सहित सात मंत्री होते हैं। इसी वर्ष बिहार में चुनाव है। विधानसभा चुनाव प्रचार में पूर्वांचलियों को लेकर खूब राजनीति हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव प्रचार के साथ ही चुनाव के बाद के अपने भाषण में पूर्वांचलियों का उल्लेख किया है।

हाईकमान के साथ बैठक कर अगले 10 दिन में होगी नाम की घोषणा: प्रभारी

विधानसभा चुनाव प्रभारी बैजयंत जय पांडा का कहना है कि अगले 10 दिनों में मुख्यमंत्री का नाम घोषित हो जाएगा। लेकिन, कई नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम पर निर्णय इससे पहले कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री के साथ ही उपमुख्यमंत्री पद भी किसी को मिल सकता है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री पद दावेदारी नहीं पर कई दावेदार!

• सतीश उपाध्यायः मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए सतीश उपाध्याय दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। नगर निगम के स्थायी समिति के चेयरमैन रहने के साथ ही नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। इस समय मध्य प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी हैं। मूलरूप से आगरा के रहने वाले हैं।

• आशीष सूदः जनकपुरी से विजयी रहे आशीष सूद दिल्ली में पार्टी के पंजाबी चेहरा हैं। प्रदेश भाजपा में महामंत्री व उपाध्यक्ष रह चुके हैं। इस समय गोवा व जम्मू कश्मीर के सह प्रभारी हैं।

• विजेंद्र गुप्ताः दिल्ली विधानसभा के निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता वर्ष 2015 व 2020 में जब आप की लहर थी, उस समय भी रोहिणी से विधायक चुने गए थे। पार्टी ने उन्हें 2015 में भी नेता प्रतिपक्ष बनाया था। इन्हें मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी समाज में अपनी पकड़ को और मजबूत सकती है।

• प्रवेश वर्माः पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से आप संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पराजित किया है। वह पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं। केजरीवाल को हराने के कारण उनकी मजबूत दावेदारी है। वह दो बार सांसद व एक बार विधायक रह चुके हैं। इन्हें मुख्यमंत्री बनाकर दिल्ली देहात के साथ ही राजस्थान, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाटों को संदेश दिया जा सकता है।

• रेखा गुप्ताः शालीमार बाग से चुनाव जीतने वाली रेखा गुप्ता भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। प्रदेश भाजपा की पूर्व महामंत्री रहने के साथ ही वर्तमान समय में निगम पार्षद हैं।