जालंधर (रोजाना भास्कर): हेल्थ विभाग कोविड को लेकर सतर्क हो चुका है। इसलिए हर रोज ओपीडी में 10 से 12 मरीजों के लक्षण होने पर जांच को सैंपल लिए जा रहे हैं। वैसे अभी तक 150 मरीजों के सैंपल की जांच हो चुकी है, लेकिन कोई पॉजिटिव नहीं मिला है।
वहीं सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का रैपिड टेस्ट की सुविधा शुरू की है। यहां एडवांस में में 20 20 रैपिड रैपिड किटें रखी हैं।
वैसे सरकार ने अभी कोविड को लेकर एडवाइजरी जारी नहीं की है। हाल ही में चंडीगढ़ के अधिकारियों सिविल अस्पताल में कोविड के सैंपल को लगी कियोस्क (दाएं) परिसर में लगा ऑक्सीजन प्लांट। कोविड को लेकर आनेंलाइन मीटिंग की थी। इसमें सतर्क रहने के आदेश दिए गए थे।
इस पर हेल्थ विभाग ने ओपीडी के मरीजों को मास्क लगाने की सलाह दी है। वहीं मेडिसन और ईएनटी की ओपीडी में लक्षण वाले मरीजों के सैंपल लिए जा रहा हैं और लैब में जांच का काम जारी है।
अस्पताल की मेडिसन की ओपीडी में जुकाम, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और दवा के बाद भी बुखार कम नहीं होने वाले मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं। वहीं ईएनटी की ओपीडी में गले में दर्द और तेज बुखार के मरीजों के जांच के सैंपल लिए जा रहे हैं।
चिकित्सकों के अनुसार कोविड के नए वायरस से घबनाने की जरूरत नहीं है। ये वायरस ज्यादा सक्रिय नहीं है। इस संबंध में एमएस डा. सतिंदरजीत सिंह बजाज ने कहा कि सिविल
अस्पताल में रोज 10 से 12 मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं। सिविल अस्पताल में कोविड-19 में मरीजों के सैंपल लेने के लिए कियोस्क लगी थी। इसके बाद से कियोस्क उपयोग में नहीं है।
अस्पताल प्रशासन मरीजों की सुविधा को कियोस्क से सैंपल लेने का काम शुरू करेगा। इस कियोस्क मशीन को जल्द ही शुरू की जाएगी।
सिविल अस्पताल में मरीजों के लिए 25 वेंटिलेटर और 2 ऑक्सीजन प्लांट हैं। इसमें मरीजों के लिए 20 वेंटिलेटर ट्रॉमा सेंटर और 6 एनआईसीयू वार्ड में लगे हैं। अस्पताल परिसर के दोनों ऑक्सीजन प्लांट चालू हैं।