चंडीगढ़/पंजाब/जालंधर (रोजाना भास्कर): सरकार से बातचीत बेनतीजा रहने के बाद और प्रदर्शन की चेतावनी के विरोध में पुलिस ने पंजाब भर में किसानों को नजरबंद किया।
वहीं कई नेताओं को गिरफ्तार कर थाने में बिठाया जिसके बाद यूनियनों ने निंदा कर दी चेतावनी दी है कि सरकार की तानाशाही का जवाब देंगे। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने कारवाई की निंदा की।
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेताओं को आज सुबह से पुलिस द्वारा पीटा जा रहा है जो चंडीगढ़ मोर्चे को ध्वस्त करने का काम कर रहे हैं, हम पुलिस के इस व्यवहार की कड़ी निंदा करते हैं।
पुलिस की छापामारी के विरोध में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ओर से मंगलवार को सूबे के विभिन्न गाँवों में पंजाब सरकार की अर्थी फूंक कर रोष जताया जाएगा।अमृतसर में भी भारतीय किसान यूनियन अग्राह्य के सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किए। नवाँशहर में 15 के क़रीब किसान नेताओँ को अलग अलग थानोँ मेँ बिठाया गया है।
केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू ने की किसानों की धरपकड़ की निंदा
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से किसानों की धरपकड़ को लेकर केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी एक्स पर पोस्ट डाल कर इस कार्रवाई की निंदा की है। बिट्टू का कहना है कि भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार ने पंजाब में आपातकाल जैसे हालात बना दिए हैं। पंजाब के किसानों से जुड़े मुद्दों पर अपनी पोल खुलने के बाद अब वह किसान नेताओं पर पुलिसिया कार्रवाई कर रही है।
जैसा कि हम बार-बार कह चुके हैं, मुख्यमंत्री ने राज्य को पुलिस राज्य में बदल दिया है और किसानों के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई बेहद निंदनीय है। यह पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार की किसान विरोधी मानसिकता को साफ तौर पर दर्शाता है।