रोजाना भास्कर (जालंधर): आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले में अब उनके खिलाफ ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। पंजाब विधानसभा स्पीकर ने विजिलेंस की ओर से मांगी गई अभियोजन स्वीकृति (Prosecution Sanction) को मंजूरी दे दी है। इसके बाद विजिलेंस ने जालंधर की ट्रायल कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है। अब केस की अगली सुनवाई 8 अक्टूबर को होगी।
यह मामला मई 2025 में सामने आया था, जब एटीपी सुखदेव वशिष्ठ को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ में विधायक रमन अरोड़ा का नाम सामने आया और 23 मई को उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस केस में अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा, समधी राजू मदान और आढ़ती महेश मखीजा भी नामजद हैं। फिलहाल कुछ आरोपी जमानत पर हैं, जबकि रमन अरोड़ा जेल में बंद हैं।
हाईकोर्ट में भी यह मामला विचाराधीन है। विधायक ने अपनी गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश करार दिया है और आरोप लगाया है कि पार्टी के अंदरूनी मतभेदों के चलते उन पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया जा रहा है। अब ट्रायल शुरू होने से उनकी विधायकी पर भी खतरा मंडरा रहाहै।