बढ़ते प्रॉपर्टी रेट के चलते बदली राजन सिद्धू की नीयत, झूठे आरोप लगाकर कब्जा करने की कोशिश – डॉक्टर का दावा
हरीश शर्मा, जालंधर (रोजाना भास्कर): जालंधर मॉडल टाऊन स्थित एक बिल्डिंग को लेकर दो व्यापारियों के बीच चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। कपूर अस्पताल के मालिक डॉ. जशनीव कपूर ने मंगलवार देर रात पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर को शिकायत सौंपते हुए स्पष्ट किया कि बिल्डिंग की लीगल रजिस्ट्री, बिजली-पानी के बिल सभी उनके नाम पर हैं और यह प्रॉपर्टी उन्होंने साल 2022 में राजन सिद्धू से खरीदी थी।
डॉ. कपूर ने बताया कि उन्होंने बिल्डिंग की पूरी कीमत अदा की थी और राजन सिद्धू व उसकी पत्नी ने रजिस्ट्री भी उनके नाम पर करवाई थी। अब जब बिल्डिंग के दाम चौगुना हो चुके हैं, तो राजन सिद्धू इसे वापस हथियाने की कोशिश कर रहा है।
“जानलेवा हमले के आरोप निराधार, उल्टा उसने कैमरे तोड़े” – डॉ. कपूर
राजन सिद्धू द्वारा लगाए गए हमले के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए डॉक्टर कपूर ने कहा कि असली हमला तो उन पर हुआ है। उन्होंने दावा किया कि सिद्धू ने रात के समय बिल्डिंग में घुसकर CCTV कैमरे तोड़े और जबरन कब्जे की कोशिश की। इस संबंध में उन्होंने पुलिस को सबूतों के साथ शिकायत सौंपी है।
“लीगल ओनर हूं, लोन समेत खरीदी थी बिल्डिंग” – डॉ. कपूर का पक्ष
डॉ. कपूर ने यह भी खुलासा किया कि जब उन्होंने बिल्डिंग खरीदी थी, उस पर भारी-भरकम लोन भी था, जिसे उन्होंने चुकाया। उन्होंने कहा, “बिल्डिंग, बिजली-पानी के कनेक्शन सब मेरे नाम पर हैं। मैं वैध मालिक हूं, तो फिर ये कब्जे की बात कहां से आई?”
राजन सिद्धू की बहन ने भी जताई थी आपत्ति
डॉ. कपूर के मुताबिक, जब बिल्डिंग बेची गई थी, तब राजन सिद्धू की बहन को जानकारी नहीं दी गई थी, जिसके कारण बाद में उसने भी विरोध जताया था। यह मामला तभी से विवादों में घिरा है।
‘आप’ नेता और पुलिस अधिकारी की शह का आरोप
डॉ. कपूर ने आरोप लगाया कि एक आप पार्टी नेता और एक पुलिस अधिकारी की मिलीभगत से उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस ने जांच ADCपी सिटी टू को सौंपी
मामले की जांच की जिम्मेदारी ADCपी सिटी टू हरविंदर सिंह गिल को सौंपी गई है। उन्होंने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है और कहा है कि पूरे मामले की तथ्यों के आधार पर जांच की जाएगी।