खास खबर : पहले बुलाया फिर बिना मिले लौट गए पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित: शिवसेना नेता संदीप थापर के परिजनों ने सर्किट हाउस आने से किया इनकार, संघर्ष की राह पर चलने को तैयार हुआ हिन्दू संगठन, बिट्टू-वड़िंग-मान को लेकर भी पढ़े Update, जाने सारी जानकारी

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लुधियाना/ Harish Sharma

“Punjab Governor Skips Scheduled Visit to Shiv Sena Leader, Heads Back to Chandigarh” पंजाब के गर्वनर बनवारी लाल पुरोहित आज बाद दोपहर लुधियाना पहुंचे। वह शिवसेना नेता संदीप थापर का हालचाल जानने व उनके परिवार से मुलाकात करने डीएमसी आने वाले थे कि अचानक वह सीधा सर्कट हाऊस चले गए। जिसके बाद शिव सेना नेता के परिवार को सर्किट हाऊस आने को कहा गया।

अब जब अचानक गवर्नर ने डीएमसी जाने से मना किया तो परिवार ने भी गर्वनर को सर्कट हाऊस आने से इनकार कर दिया। जिसके बाद गर्वनर सर्किट हाऊस से वापस चंडीगढ चले गए। ना ही वह आज परिवार से मिले ना ही संदीप थापर का हालचाल जानने डीएमसी पहुंचे।

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लुधियाना के सर्किट हाऊस में पहुंचे गर्वनर बनवारी लाल पुरोहित ने पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल और डीसी साक्षी साहनी के साथ बैठक की है। उन्होंने हमले की सारी जानकारी ली। गर्वनर ने पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए कि हमले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि ये तो भगवान की कृपा रही की शिवसेना नेता बच गए वरना जैसे हमला हुआ उससे उनकी जान भी जा सकती थी। उन्होंने पुलिस कमिश्नर को कहा है कि हमले से संबंधित किसी भी दोषी को छोड़ा ना जाए और जो एक दोषी फरार चल रहा है उसे भी काबू किया जाए।

आपको बता दे उधर, डीएमसी लुधियाना में काफी समय से संदीप थापर की पत्नी, परिवार व शिवसेना के नेता गर्वनर का इंतजार कर रहे थे लेकिन गर्वनर ने डीएमसी आने से अचानक मना कर दिया। गर्वनर के बिना मिले वापस चले जाने के बाद शिवसेना पंजाब के नेताओं में रोष देखने को मिल रहा है।

इस मामले में शिव सेना नेता राजीव टंडन का बड़ा ब्यान सामने आया है। उन्होंने डीएमसी अस्पताल के बाहर बातचीत करते कहा कि शिव सेना संदीप थापर डीएमसी दाखिल हैं और उनकी पत्नी भी चार दिनों से अपने पति के पास है तो जिसका पति अस्पताल दाखिल हो तो ऐसे में वह पति को छोडकर सर्किट हाउस कैसे जा सकती है। गर्वनर को डीएमसी आना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि सीएम भगवंत मान जोकि जालंधर उप चुनाव में व्यस्त है और जालंधर से लुधियाना का रास्ता महज एक घंटे का है तो सीएम ने भी उनका हालचाल नहीं जाना है। यहां तक कि लुधियाना से सम्बन्ध रखने वाले व केंद्रीय राज्य मंत्री बने रवनीत बिट्टू के इलावा सांसद राजा वडिंग तक ने भी हिन्दू नेता का हाल नहीं पूछा है, किसी को कोई परवाह नहीं है। इसका मतलब हिन्दू समुदाय क्या समझे।

लुधियाना घटनाक्रम के बाद राजीव टंडन ने बताया है कि सोमवार को हिंदू नेताओं की बडे़ स्तर पर एक अहम बैठक होने जा रही है। बैठक में संघर्ष की रूपरेखा तैयार होगी। जिसके बाद पंजाब में हिन्दू समुदाय को एक मंच पर लाने की तैयारी की जाएगी।