पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की संपत्ति को लेकर ED जांच में हुआ बड़ा खुलासा

लुधियाना । Harish Sharma

(Bharat Bhushan Ashu’s Wealth Under Scrutiny in Major Fraud Case) पंजाब के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को गुरुवार ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने जालंधर में पंजाब टेंडर घोटाले की पूछताछ के दौरान गिरफ्तार कर लिया था।

आशु का ईडी को 5 दिन का रिमांड हासिल हुआ है। अब 7 अगस्त को आशु को अदालत में पेश किया जाएगा।

कई फर्जी संस्थाओं के माध्यम से बढ़ाई संपत्ति

इस बीच ईडी के अधिकारियों ने आशु से की गई पूछताछ का खुलासा किया है।

ईडी को जांच से पता चला कि भारत भूषण उर्फ आशु ने कई फर्जी संस्थाओं के माध्यम से अपराध की आय (पीओसी) को लूटा था।

अपने नाम और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर संपत्तियां खरीदी थीं। ईडी अब आशु के करीबियों की भी जांच में जुट गई है।

➡️ नंगल में ED की Raid Live देखने के लिए इस लाइन को Click करें।

इस बीच अब ईडी को आशु और उनके करीबियों के खातों की विदेशी ट्रांजेक्शन भी मिली है।

पंजाब में 24 जगह पर हुई थी छापामारी

आशु की गिरफ्तारी से पहले ईडी ने पंजाब टेंडर घोटाला मामले में 24 अगस्त 2023, 04 सितंबर 2023और 06 सितंबर 2023 को भारत भूषण आशु और उनके सहयोगियों के आवासीय परिसरों में लुधियाना, मोहाली, नवांशहर और चंडीगढ़ (पंजाब) में 24 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था।

तलाशी अभियान के दौरान नकदी जब्त की गई थी और बैंक खातों में पड़ी धनराशि को फ्रीज किया गया।

कुल राशि में संपत्ति, सोने के आभूषण और सोने की गिन्नियां फ्रीज की गई थीं। इस मामले में जब्ती और फ्रीजिंग सहित कुल बरामदगी का मूल्य 8.46 करोड़ रुपये से अधिक का था।

जानें क्या है टेंडर घोटाला: स्कूटर, बाइक पर माल की ढुलाई दिखाई

लेबर ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाला में अनाज मंडियों में आरोपी वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे।

वहीं, आरोपियों ने टेंडर लेने से पहले विभाग में गलत वाहनों के नंबर लिखवा दिए।

जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक आदि टू-व्हीलर के थे।

जिन वाहनों के यह नंबर हैं, वह माल ढोने के लिए मान्य ही नहीं हैं।

इस मामले में करीब 2 महीने पहले कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों व ठेकेदारों की ओर से उस समय के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ कांट्रेक्टर और ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे।

अब इस मामले की जांच के बाद विजिलेंस की ओर से एफआईआर दर्ज करके गिरफ्तारी करनी शुरु कर दी गई है। आशु पर टेंडरिंग के 2 हजार करोड़ के घोटाले का भी आरोप है।