अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस ने की रेड, ऋषभ हत्याकांड के बाद पुलिस पर उठे सवाल
रोजाना भास्कर
जालंधर। जालंधर में ऋषभ हत्याकांड के बाद आरोपियों को वीआईपी ट्रीटमेंट देने के आरोप के बाद पुलिस कमिश्नर ने थाना तीन के प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। जालंधर के साकरे बाजार खिंगरा गेट के पास दीपावली की रात दो पक्षों में हुए विवाद के बाद बदमाशों मनु कपूर उर्फ मनु कपूर ढिल्लों और अन्य ने अपने साथियों के साथ शनिवार देर शाम फायरिंग कर दी थी। जिसमें ऋषभ उर्फ बादशाह नाम के युवक की मौत हो गई थी और ईशू कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है।
सोमवार को इस मामले में बादशाह के परिवार द्वारा शहर का सबसे व्यस्त भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) में धरना लगा दिया। जिसके बाद अधिकारियों ने थाना डिवीजन नंबर-3 के एसएचओ रविंदर कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है। जिसके बाद उन्होंने धरना खत्म किया। बता दें कि थाना डिवीजन नंबर-3 की पुलिस ने हत्या, आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
केस में पुलिस साहिल कपूर उर्फ मन्नू कपूर ढिल्लों पुत्र राकेश कपूर निवासी खिंगरा गेट, साजन सहोता निवासी किशनपुरा, मानव निवासी भाई दित्त सिंह नगर, नन्नू कपूर पुत्र राकेश कपूर,एम के निवासी खिंगरा गेट, डॉक्टर कोहली निवासी खिंगरा गेट, चकशत रंधावा निवासी जालंधर, गग्गी निवासी जालंधर, काका चाचा निवासी जालंधर और अन्य अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया है।
वीआईपी ट्रीटमेंट देने का है आरोप
मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को दो तरफ से रास्ता बंद करना पड़ गया था। जिसके बाद मौके पर पहुंचे उच्च अधिकारियों ने किसी तरह परिवार और उसे समर्थकों को समझाकर धरना खत्म करवाना की कोशिश की। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद किसी तरह परिवार का धरना पुलिस द्वारा खत्म करवाया गया। परिवार का आरोप था कि पुलिस द्वारा आरोपी मनु कपूर को वीआईपी ट्रिटमैंट दिया जा रहा है। इसी पर गुस्साए परिवार वालों ने धरना लगा दिया। परिवार ने मामले में पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।