रोजाना भास्कर (जालंधर): भ्रष्टाचार मामले में नामजद विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा शुक्रवार को विजिलेंस दफ्तर पहुंचे। हाईकोर्ट से एंटीसिपेट्री बेल मिलने के बाद यह पहली पेशी थी।
राजन का कबूलनामा: निगम से होती थी कमाई, खुद करता था कामकाज
राजन ने माना कि वह नगर निगम के कामकाज में खुद शामिल रहता था। बिल्डिंग नोटिस व अन्य आदेश सोशल मीडिया के जरिए भेजता था। उसने यह भी कहा कि पिता को डीसीपी से लेकर सीपी तक कॉल करते थे।
विजिलेंस ने मांगे डॉक्यूमेंट्स, अगली पेशी जल्द
राजन से विजिलेंस ने बैंक डिटेल्स, बिजनेस डॉक्यूमेंट्स और पासपोर्ट मांगा है। राजन ने भरोसा दिलाया कि वह अगले हफ्ते फिर पेश होकर सबमिट करेगा।
कॉल डिटेल खंगाली जा रही, कई अफसर रडार पर
फॉरेंसिक जांच में राजन के तार नगर निगम की ‘काली भेड़ों’ से जुड़े मिले। अब विधायक रमन अरोड़ा, राजू मदान और अन्य आरोपियों की कॉल डिटेल जांच में हैं।
राजू मदान की बेल पर 28 जुलाई को सुनवाई
राजन के रिश्तेदार राजू मदान ने हाईकोर्ट में एंटीसिपेट्री बेल लगाई है। 28 जुलाई को सुनवाई होगी। इसी दिन रमन अरोड़ा और अन्य आरोपियों की भी केस सुनवाई होनी है।