रोजाना भास्कर (पठानकोट): पंजाब के खेत एक बार फिर कुदरत की मार झेल रहे हैं। 26 अगस्त से रावी नदी का पानी खेतों में भरा हुआ है, जिससे फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि मिट्टी की जगह खेतों में गाद (सिल्ट) जम चुकी है, जिससे अगली फसल की बुआई भी संकट में पड़ गई है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्थिति का जायज़ा लेते हुए कहा,
“बिना जमीन पर आए, यहां के दर्द और नुकसान का अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता। मैं कोई मंत्री के रूप में नहीं, बल्कि किसानों और पंजाब के सेवक के रूप में आया हूँ।”
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर वे स्वयं मौके पर पहुंचे हैं ताकि वास्तविक हालात का आकलन किया जा सके।
“यह केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं, एक चुनौती है”
मंत्री चौहान ने कहा कि यह किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन केंद्र सरकार हर संभव मदद के लिए तैयार है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी नुकसान हुआ है, उसका पूरा आंकलन कर मुआवजा और सहायता सुनिश्चित की जाएगी।
स्थिति देखकर मन द्रवित हो जाता है, मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और हर जरूरी कदम उठाएगी।