विधायक रमन अरोड़ा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा: 9 दिनों से रिमांड पर थे, जबरन वसूली मामले में हुई सुनवाई

रोजाना भास्कर (जालंधर): रामा मंडी थाने में दर्ज रंगदारी के एक मामले में जालंधर सेंट्रल से आम आदमी पार्टी के विधायक रमन अरोड़ा की 3 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद आज उन्हें अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने रमन अरोड़ा को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। रमन अरोड़ा की ओर से उनके वकील दर्शन सिंह दयाल और नवीन चड्ढा अदालत में पेश हुए। पुलिस ने आज कोई और रिमांड नहीं मांगा।

पुलिस ने उन्हें रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को कोर्ट में पेश किया। बीते 9 दिनों से अरोड़ा पुलिस रिमांड पर थे और आखिरी बार अदालत ने उन्हें 3 दिन के रिमांड पर भेजा था।

अदालत में पेशी के दौरान पुलिस ने दलील दी कि रिमांड अवधि में केस से जुड़े अहम सबूत जुटाए गए हैं और अब आगे की जांच जेल से भी जारी रखी जा सकती है। अदालत ने सभी पक्षों को सुनने के बाद विधायक रमन अरोड़ा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

पिछले केस में राहत मिलने के बाद दूसरे केस में हुई थी गिरफ्तार

AAP विधायक रमन अरोड़ा को कुछ दिन पहले पुलिस ने जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप है कि अरोड़ा ने अपने सहयोगियों के जरिए कारोबारियों और ठेकेदारों पर दबाव बनाकर भारी-भरकम रकम वसूली। इस मामले में पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और सबूत जुटाने के बाद विधायक को हिरासत में ले लिया।

पुलिस का दावा है कि अरोड़ा के खिलाफ पर्याप्त गवाह और दस्तावेजी सबूत मौजूद हैं। अब पुलिस आगे की जांच न्यायिक हिरासत के दौरान करेगी। इस पूरे मामले ने पंजाब की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि एक सत्तारूढ़ दल के विधायक पर गंभीर आपराधिक आरोप लगे हैं।