जय श्री राम कहने पर हिंदू व्यक्ति को पीटने का आरोप, गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हिंदू संगठन!
रोजाना भास्कर (जालंधर): पंजाब के जालंधर में “आई लव मोहम्मद” विवाद ने साम्प्रदायिक तनाव को हवा दे दी है। शुक्रवार शाम हुए इस विवाद के बाद से शहर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। मामला तब शुरू हुआ जब ऑल इंडिया उलेमा के सदस्य कमिश्नर दफ्तर में ज्ञापन देने जा रहे थे। इसी दौरान मुख्य डाकघर के पास योगेश नामक युवक ने “जय श्रीराम” का नारा लगाया, जिस पर वहां मौजूद कुछ मुस्लिम युवकों ने उसकी स्कूटी रोक ली, धक्कामुक्की की और धमकियां दीं।
योगेश का आरोप है कि उनसे “अल्ला हू अकबर” का नारा लगाने के लिए दबाव बनाया गया, और जब उन्होंने इंकार करते हुए “जय श्रीराम” कहा, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। इस दौरान शहर के कई हिस्सों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और करीब साढ़े चार घंटे तक तनाव बना रहा।
घटना की सूचना मिलते ही बजरंग दल, शिवसेना और भाजपा के नेता मौके पर पहुंचे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले मामले को गंभीरता से नहीं लिया और FIR दर्ज करने में देरी की, जिसके चलते गुस्सा और भड़क गया।
देर शाम BMC चौक और डीसी दफ्तर के बाहर भाजपा नेता केडी भंडारी, शीतल अंगुराल और अन्य नेताओं ने धरना शुरू कर दिया।
पुलिस प्रशासन ने देर रात हालात को काबू में लेने के लिए जॉइंट कमिश्नर संदीप शर्मा और DCP नरेश डोगरा को मौके पर भेजा।
चार बार समझाने की कोशिशों के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए AAP नेता आयूब खान, नमीन खान और दो अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की। उन पर धार्मिक भावनाएं भड़काने, धमकाने और जबरदस्ती रोकने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार, आयूब खान पहले भाजपा के मुस्लिम विंग के इंचार्ज रह चुके हैं और वर्तमान में आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं, जबकि उनकी पत्नी जालंधर नगर निगम में पार्षद हैं।
पुलिस ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हिंदू संगठनों ने प्रशासन को शनिवार सुबह 11 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि तब तक गिरफ्तारियां नहीं हुईं, तो वे श्रीराम चौक पर बड़ा प्रदर्शन करेंगे।
घटना के बाद पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और सोशल मीडिया पर नफरती पोस्ट डालने वालों पर नजर रखी जा रही है।
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी है।