दफनाए बच्चे का शव निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेजा, आरोपी गिरफ्तार
जालंधर, रोजाना भास्कर (हरीश शर्मा): फिल्लौर में 14 साल की नाबालिग बच्ची ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया, जिसकी 6 दिन बाद मौत हो गई। परिजनों ने बच्चे का शव श्मशानघाट में दफना दिया। नाबालिगा की शिकायत पर एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बच्ची के साथ रेप के बाद वह गर्भवती हो गई तो मां फिल्लौर के पास गांव में रहते भाई के पास छोड़ आई। पिछले हफ्ते पेट में दर्द ज्यादा होने लगा तो मामा एंबुलेंस में उसे सिविल अस्पताल के लिए निकल पड़ा, लेकिन रास्ते में ही बच्ची ने लड़के को जन्म दे दिया।
स्थानीय डॉक्टरों ने नाबालिग बच्ची की उम्र कम होने के चलते थोड़ा-बहुत उपचार करके उसे जालंधर रेफर कर दिया। परिजनों के मुताबिक 6 दिन बाद नवजात बच्चे की मौत हो गई। परिवार ने बच्चे को श्मशानघाट में दफना दिया।
फिल्लौर पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज करके लड़की के रिहायश वाले थाने को सूचित किया। वहां की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में एक और केस दर्ज करके दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने परिवार के साथ श्मशानघाट पहुंचकर दफनाए गए बच्चे का शव निकाला और पोस्टमार्टम के लिए साथ ले गई।
बच्ची बोली- कई बार किया रेप, घर में कैद रह गई
मेरा परिवार बहुत गरीब है। मां-बाप दिहाड़ीदार हैं। घर का गुजारा मुश्किल था तो मां ने मुझे एक घर में काम पर लगा दिया। वहां एक अंकल थे। उन्होंने मेरे साथ रेप किया। डरा-धमकाकर कहा कि किसी को बताया तो छोड़ेगा नहीं।
इसी कारण मैंने किसी को कुछ नहीं बताया। जब भी मौका मिलता था, अंकल मुझसे शारीरिक संबंध बनाते थे। ऐसा कई बार हुआ। मेरे पेट में दर्द रहने लगा तो मां को बताया।
गरीबी और लाचारी के चलते मां ने मुझे वहां काम से हटा दिया। फिर फिल्लौर के नजदीकी गांव में रहने वाले भाई के घर छोड़ आई। कुछ समय बाद पेट फूलने लगा तो मामा को पता लगा कि मैं गर्भवती हूं। मैं घर के अंदर कैद होकर रह गई थी। जैसा बच्ची ने पुलिस को बताया














