Harish Sharma
(New SGPC Directive Prohibits Filming of Sikh Weddings in Movies and TV) शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने पंजाबी फिल्मों व कलाकारों के लिए नया फरमान जारी किया है। अब लोग पंजाबी फिल्मों और टीवी सीरियल्स में आनंद कारज (सिख धर्म में विवाह) के सीन नहीं देख पाएंगे।
यह सीन नकली गुरुद्वारा साहिब बनाकर शूट किए जाते थे लेकिन हाल ही में मोहाली में हुई घटना के बाद सिखों के सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब और सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने इसे गलत करार दिया है।
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने इस मामले में SGPC से रिपोर्ट भी मांग ली है। जिसके बाद इसको लेकर अकाल तख्त से आदेश जारी हो सकते हैं। इससे पहले मैरिज पैलेसों में श्री गुरू ग्रंथ साहिब ले जाने पर रोक लगाई जा चुकी है।
बता दें कि मोहाली में पंजाबी टीवी सीरियल ‘उडारियां’ की शूटिंग चल रही थी। जिसमें नकली गुरुद्वारा साहिब का सेट बनाया गया था। इसका पता चलते ही निहंगों ने वहां हंगामा करते हुए शूटिंग रुकवा दी। जिसके बाद पुलिस वहां आई और मामले को शांत कराया गया है।
नए फरमान में कहा गया है कि :
1. व्यापार के लिए सिख परंपराओं से छेड़छाड़ बर्दाश्त नही की जाएगी।
SGPC ने कहा है कि जो लोग व्यापार को मुख्य रखकर सिख परपंराओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। अगर वह इन हरकतों से बाज नहीं आए तो श्री अकाल तख्त साहिब को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी पडे़गी।
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2. सिख एक्टर-डायरेक्टर शामिल हुए तो परंपरा के मुताबिक कार्रवाई होगी। वहीं, जल्दी ही पंज सिंह साहिबों की मीटिंग कर भविष्य के लिए फिल्मों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी दिखाने पर रोक लगाने को लेकर भी सख्त फैसला लिया जाएगा।
3. श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय द्वारा जारी बयान में ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सिख पंथ ने बहुत पहले ही श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की उपस्थिति में या गुरुद्वारा साहिबों में नकली विवाहों के फिल्मांकन पर प्रतिबंध लगा दिया है। श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की उपस्थिति में नाटकों और नकली विवाह की शूटिंग को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उधर, इस मामले में पंजाब फिल्म एसोसिएशन की प्रधान निर्मल ऋषि ने कहा कि मुझे मोहाली में हुई घटना का पूरा तो पता नहीं है लेकिन निहंगों ने कलाकारों के साथ जो मारपीट की और कैमरे तोड़े हैं, वह गलत है। इतना पता चला है कि शूटिंग वाली जगह पर सिर्फ सेटअप लगा था।
उन्होंने कहा वहां श्री गुरू ग्रंथ साहिब का स्वरूप प्रकाश नहीं किया गया था। कलाकारों को प्यार से समझाया जा सकता था। गुरबाणी में गुरू साहिब ने सिर्फ प्यार की भाषा लिखी है न की तलवार उठाने की। इस तरह से यदि फिल्मों में शादी-विवाह के सेटअप पर रोक लगेगी तो कहीं न कहीं फिल्म इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचेगा। इसके इलावा हम नई पीढ़ी को अपने सभ्याचार से भी दूर करेंगे।