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शिमला । Harish Sharma
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने छह सीटों पर विधानसभा उप-चुनाव के लिए जीतने वाले प्रत्याशियों की तलाश तेज कर दी है।
3 सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर करीब करीब तस्वीर साफ होती नजर आ रही है। जबकि 3 पर कांग्रेस कुछ रुक कर फैसला लेगी
आपको बता दें, कांगड़ा की धर्मशाला सीट से देवेंद्र जगी, कुटलैहड़ से विवेक शर्मा और सुजानपुर से कुलदीप कुमार का नाम लगभग तय माना जा रहा है। हालांकि, इनका अभी औपचारिक ऐलान होना बाकी है।
संभव है कि 6 अप्रैल को दिल्ली में होने वाली स्क्रीनिंग कमेटी और कोर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में चर्चा के दौरान सहमति बन जाए।
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नाम पर अंतिम मुहर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) में लगेगी। इसके पहले बाकयदा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व प्रदेश अध्य्क्ष प्रतिभा सिंह से रॉय की जाएगी।
इसके इलावा धर्मशाला सीट पर देवेंद्र जगी पूर्व मेयर रह चुके है। भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वाले राकेश चौधरी व हरभजन सिंह का नाम भी पैनल पर है। इन्हें बागी विधायक सुधीर शर्मा के सामने उतारा जाना है।
ऊना जिला की गगरेट विधानसभा से कांग्रेस पूर्व विधायक एवं कुछ दिन पहले ही BJP छोड़ने वाले राकेश कालिया को टिकट दे सकती है।
वैसे गगरेट से पूर्व विधायक कुलदीप कुमार को भी टिकट का दावेदार माना जा रहा है। यह कांग्रेस की सबसे सेफ सीट है यहां की जनता ने बागी विधायक चैतन्य शर्मा के खिलाफ खासी नाराजगी दिखाई है।
विधानसभा कुटलैहड़ से विवेक शर्मा कांग्रेस के सबसे मजबूत दावेदार है। वह मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री दोनों के करीबी है। विवेक शर्मा पूर्व विधायक रामनाथ शर्मा के बेटे है उनकी दावेदारी मजबूत है।
फिलहाल वह प्रदेश कांग्रेस के महासचिव भी हैं। विवेक को कांग्रेस पार्टी से बागी देवेंद्र कुमार भुट्टो के सामने उतारा जाता है तो यकीनन कांग्रेस को फायदा ही होगा।
सुजानपुर से कुलदीप के अलावा दो ओर नाम चर्चा में है
बागी राजेंद्र राणा के BJP में शामिल होने के बाद कांग्रेस सुजानपुर से पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया को टिकट दे सकती है।
कुलदीप पठानिया वर्तमान में कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन भी हैं। वह बमसन से पूर्व में विधायक रह चुके हैं। यहां की जनता का मानना है कि वह कोई भी गलत फैसला लेकर अपने जिला के मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में नही डाल सकते।
हमीरपुर जिला की बड़सर विधानसभा से पूर्व विधायक मंजीत सिंह डोगरा का नाम चर्चा में है। मंजीत डोगरा दो बार विधायक, एक बार वह इंडिपेंडेंट तो दूसरी बार कांग्रेस से चुनाव जीते हैं। मंजीत के अलावा ज्ञान चंद और संजीव शर्मा का नाम भी बड़सर से चर्चा में है।
संजीव शर्मा पूर्व में BJP से बागी हो कर चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें से किसी एक को कांग्रेस टिकट देकर पार्टी से बागी हुए तीन बार के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल के सामने उतार सकती है।
लाहौल स्पीति में कांग्रेस पार्टी BJP के बागी डॉ. रामलाल मारकंडा को प्रत्याशी बना सकती है। BJP ने दो बार के मंत्री डॉ. मारकंडा का टिकट काटकर रवि ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। इससे मारकंडा ने खुले तौर पर बगावत का ऐलान कर दिया है।