चंडीगढ़ । Harish Sharma
(Punjabi Students Embrace Engineering in Their Mother Tongue ) पंजाब के छात्रों के लिए बड़ी खबर है! अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई मातृभाषा पंजाबी में भी हो सकेगी।
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय का नया कदम
गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (जीएनडीयू), अमृतसर ने विज्ञान और तकनीकी शब्दावली आयोग, नई दिल्ली के साथ मिलकर 50 हजार तकनीकी शब्दों का पंजाबी में अनुवाद किया है। इसका उद्देश्य छात्रों को अंग्रेजी के साथ-साथ पंजाबी में भी विषयों को समझने में मदद करना है।
मातृभाषा में शिक्षा का महत्व
स्कूल ऑफ पंजाबी स्टडीज के प्रमुख, डॉ. मनजिंदर सिंह ने बताया कि विज्ञान जैसे विषयों को पंजाबी में पढ़ाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों जैसे जापान, चीन, रूस और फ्रांस में शिक्षा अपनी भाषा में दी जाती है, जिससे छात्रों को गहरा और सटीक ज्ञान मिलता है।
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भविष्य की योजनाएं
डॉ. सिंह ने कहा कि आने वाले एक-दो सालों में पंजाबी में पढ़ाई शुरू हो जाएगी, जिसमें पंजाबी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं के विकल्प होंगे। सबसे पहला कदम इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा पंजाबी में शुरू करना होगा, ताकि विद्यार्थियों को प्रवेश प्रक्रिया में किसी तरह की दिक्कत न हो।
छात्रों के लिए लाभ
इस पहल से छात्रों को अपनी मातृभाषा में बेहतर शिक्षा प्राप्त होगी, जिससे वे विषयों को गहराई से समझ सकेंगे। यह कदम पंजाबी भाषा के सम्मान और उसके प्रसार में भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
इस पहल से पंजाबी भाषा के छात्रों को एक नया मार्ग मिलेगा और उनके सपनों को नई उड़ान मिलेगी।