काज़ी मंडी बनी शहर की नशा मंडी मरांडी मुहल्ला मद्रासी मुहल्ला सन्तोषी नगर में धड़ले से बिक रहा नशा। रेलवे की ट्रेनों में महिलाएं कर रही नशा तसकरी। पुलिस की मिलीभगत से चल रही नशा मंडी।
जालंधर रोजाना भास्कर.(राज शर्मा) पुराने शहर की सबसे बदनाम मुहल्ले में से काज़ी मंडी का नाम किसी से छुपा नहीं है कबाड़ के काम के साथ साथ शराब से लेकर नशे की मंडी बनी काज़ी मंडी में नशे की हर वो चीज़ जिसमे गांजा अफीम चिटा भूकी के इलावा हेरोइन तक कि खेप इस काज़ी मंडी ओर उसके साथ लगते मुहल्लो में सारे आम बिकते हैं
काजी मंडी के साथ लगते भीम नगर में सुनीता नाम की औरत ने बताया कि उसके पति की 10 साल पहले नशे के कारण मौत हो गई थी अब उसका 19 साल का लड़का जिसे नशे की लत लग चुकी है सुनीता ने बताया कि वह अपने पति के बाद अपने बच्चों का पालन पोषण बहुत मुश्किल से कर रही है और अपने बेटे का इलाज जालंधर के सिविल हॉस्पिटल में करवा रही है लेकिन काजी मंडी मोहल्ले के नशा तस्करों ने उसकी और उसके बेटे की जिंदगी तबाह करके रखदी सुनीता का कहना है कि नशे के खिलाफ अपने एरिया के विधायक और पुलिस प्रशासन के पास इसकी शिकायत दे चुकी है लेकिन नशा तस्करों की दादागिरी के आगे पुलिस वालों की भी एक ना चल सकी वहां के रहने वाले लोगों का कहना है कि ये मुहल्ले स्टेशन के साथ होने के कारण रेलवे की ट्रेन इन सब नशा तस्करों के लिए सेफ रास्ता बना हुआ है काज़ी मंडी में रहने वाली कई औरते व मर्द इस नशे की तस्करी में कोरियर का काम कर रहे है
[ सूत्रों की माने तो दिल्ली से लेकर जालंधर तक नशे के इस कारोबार में राजनीतिक लोगों ओर पुलिस का आशीर्वाद इन नशा तस्करों को प्राप्त है