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चंडीगढ़ । Harish Sharma
लोकसभा चुनावों से ठीक पहले शिक्षा विभाग में बुधवार को करीब डेढ करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है।
एक व्यक्ति ने सरकारी स्कूलों में सफाई कर्मचारी रखने के नाम पर करीब 400 लोगों से 40-40 हजार रुपए की ठगी की है। यह सफाई कर्मचारी पिछले 3 महीने से सरकारी स्कूलों में काम भी कर रहे थे।
मामला चंडीगढ़ के स्कूलों से जुड़ा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। खुद को ठेकेदार बताने वाले व्यक्ति ने रखे गए दिहाड़ीदार कर्मचारियों को 3 महीने से वेतन तक नहीं दिया है।
जिसके बाद इसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो इस मामले का खुलासा हुआ है।
आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है व अस्थाई रूप से राजेश राम दरबार चंडीगढ़ में रह रहा है। पीड़ित लोगों ने इस मामले को लेकर आज थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया है।
सारे घटनाक्रम के बाद चंडीगढ़ शिक्षा विभाग पर सवाल उठाए गए हैं बताया जाता है कि आरोपी राजेश विभाग का रजिस्टर्ड ठेकेदार तक नहीं है।
अब सवाल यह उठता है कि सरकारी स्कूलों में इसके जरिए लोगो को नौकरी कैसे दी गई है। इस मामले में डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन हरसुरेंद्र पाल सिंह बराड़ का कहना है कि शिक्षा विभाग इस पूरे मामले की जांच कर रहा है। बिना अनुमति रखे गए स्टाफ को लेकर स्कूलों के प्रिंसिपल के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए है।
शिकायत मिलने के बाद चंडीगढ़ के धनास स्थित ईडब्ल्यूएस कालोनी के रहने वाले करीब 188 लोगों ने थाने में शिकायत दी है। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी राजेश को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के पार्षद रामचंद्र का कहना है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। क्योंकि इस मामले में कई अधिकारियों की मिलीभगत हो सकती है।