जालंधर, रोजाना भास्कर ( हरीश शर्मा): साई दास स्कूल ग्राउंड, पटेल चौक में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ अत्यंत श्रद्धा और आध्यात्मिक उत्साह के साथ हुआ। कथा व्यास पीठ से प्रवचन करते हुए परम श्रद्धेय आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण का प्रत्येक प्रसंग मानवता की सर्वोत्तम शिक्षा देता है।
आचार्य जी ने कहा कि भागवत कथा मानव को केवल मानवता ही नहीं सिखाती, बल्कि वैष्णवता, भगवत्ता और दिव्यता का पात्र भी बनाती है। उन्होंने कहा कि मनुष्य का जीवन किस दिशा में चले और उसका लक्ष्य क्या हो— इसका स्पष्ट मार्गदर्शन भागवत कथा प्रदान करती है।

कथा के प्रारंभ में आचार्य महाराज ने श्री शुकदेव जी के दिव्य जीवन का उल्लेख करते हुए बताया कि वे जन्म लेते ही वन की ओर चल पड़े और भगवान की निरंतर आराधना में लीन होकर भागवत और भगवान—दोनों की प्राप्ति कर ली।

उन्होंने बताया कि नैमिषारण्य में शौनकादि अठासी हजार ऋषियों ने सूत जी से ऐसी कथा की प्रार्थना की थी जो मानव के हृदय में व्याप्त अंधकार को करोड़ों सूर्य समान प्रकाश से दूर कर सके। इस पर सूत जी ने कहा कि वे ऐसी भागवत कथा सुनाएँगे जिससे संसार से निवृत्ति और परमात्मा में प्रवृत्ति उत्पन्न हो। यही मानव जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य है। भागवत कथा में पार्षद अश्विनी अग्रवाल, गुरप्रीत गोविंद दास, राजिंदर शर्मा, प्रमोद अरोड़ा, संजीव कुमार (USA), अभिषेक चौधरी और Rajesh Bigamal विशेष रूप से उपस्थित हुए।
यशपाल चौधरी, सुनील नय्यर, उमेश औहरी, संदीप मलिक, संजय सहगल, चंदन वडेरा, ब्रिज मोहन चड्ढा, राजेश बिगमल, हेमंत थापर, अरुण मल्होत्रा, अश्विनी कुमार, राजवंश मल्होत्रा, देवेंद्र अरोड़ा, रिंकू मल्होत्रा, अंकुश जुनेजा, सोनू चोपड़ा, सुमित गोयल, संदीप कुमार, भूपेंद्र सिंह, तरुण सरीन, जितेंद्र कुमार, राजेश बिगमल, बलविंदर शर्मा,, देविंदर वर्मा, नरेंद्र वर्मा, राहुल शर्मा व कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और दिव्य रस-सिंधु में डुबकी लगाई।













