रोजाना भास्कर (जालंधर): विधायक रमन अरोड़ा पर विजिलेंस जांच में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। चार्जशीट के अनुसार, उन्होंने अफसरों के साथ मिलकर ट्रांसपोर्टर, व्यापारी और डॉक्टरों से धमकाकर लाखों की वसूली की।
RTI एक्टिविस्ट पर भी आरोप
ट्रांसपोर्टर गुल्लू ने बताया कि विधायक और RTI एक्टिविस्ट रविंदरपाल सिंह चड्डा ने विजिलेंस का डर दिखाकर 7 लाख वसूले। चड्डा को केस में नामजद किया गया है।
व्यापारियों से वसूली का खेल
अशोक कुमार (सुपर क्रिमिका): हर माह 50 हजार की मुफ्त सप्लाई, डेढ़ लाख कैश लिया।
डॉ. मुकेश जोशी: 10 लाख रिश्वत, केस में फंसाने की धमकी।
नीरज जिंदल (प्रॉपर्टी डीलर): सीआईए का डर दिखाकर 6 लाख वसूले।
सुखविंदर लाली: 8.50 लाख की डील, फिर बिल्डिंग सील करवाई।
नरेश कुमार (ढाबा): 8 लाख में सेटिंग।
संजीव दुग्गल (बेकरी): 3 लाख महिला अफसर को रिश्वत।
यशपाल खन्ना: 5 लाख की ऑडियो रिकॉर्डिंग सौंपी।
जांच जारी, और खुलासों की संभावना
विजिलेंस अब उन अधिकारियों की भी भूमिका की जांच कर रही है जो विधायक के लिए काम करते थे। आने वाले समय में इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।