रोजाना भास्कर (जालंधर): जबरन वसूली मामले में रिमांड पर चल रहे आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक रमन अरोड़ा की सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अमृतसर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां जांच में वह पूरी तरह फिट पाए गए। इसके बाद पुलिस उन्हें सोमवार तड़के 4 बजे वापस थाना कैंट, जालंधर ले आई, जहां उनसे देर रात तक पूछताछ की गई।
स्पा सेंटर और सट्टेबाज़ी नेटवर्क की जांच तेज
पुलिस अब स्पा सेंटर्स और लॉटरी के आड़ में चल रहे सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़े वसूली एंगल पर बारीकी से जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, विधायक से जुड़े कुछ लोग खुद को बचाने के लिए पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि अरोड़ा का वसूली नेटवर्क कई गैरकानूनी धंधों से जुड़ा हुआ था, जिसकी जानकारी उन्हें वर्दीधारी ‘काली भेड़ों’ से मिलती थी। ये लोग खुद भी कमाई करते थे और विधायक के “दरबार” में रोज़ाना हाजिरी लगाते थे।
विधायक के PA और करीबी पुलिस रडार पर
पुलिस ने विधायक रमन अरोड़ा के निजी सहायक (PA) रोहित कपूर सहित अन्य सहयोगियों को भी जांच के दायरे में ले लिया है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस विधायक के करीबी वसूली नेटवर्क पर गहराई से नज़र बनाए हुए है।
“महीना” लेने की बात मानी, इस्तीफे की चर्चा
पूछताछ में विधायक ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने पार्किंग ठेकेदार रमेश और रजिंदर से हर महीने पैसे (महीना) लिए। वहीं, रात में यह चर्चा भी फैली कि विधायक इस्तीफा देने को तैयार हैं, लेकिन इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
क्या है पूरा मामला?
23 अगस्त को थाना रामामंडी में मामला दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता रमेश कुमार, जो लम्मा पिंड से हैं और गुरु किरपा पार्किंग में ट्रकों की पर्ची काटने का काम करते हैं, ने आरोप लगाया कि 2022 में विधायक रमन अरोड़ा ने उन्हें बुलाकर कहा, “मुझे महीना दो, नहीं तो झूठे केस में फंसा दूंगा।”
अब तक विधायक को 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है। रविवार को पूछताछ के दौरान उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें पहले सिविल अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज अमृतसर रेफर किया गया।