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एयर स्ट्राइक : बालाकोट में जैश के ठिकानों पर नुकसान करने के भारत के दावे को साबित करती ये सेटेलाइट तस्वीर

नई दिल्ली. पुलवामा में सीआरपीएफ के जवावों पर हुए आत्मघाती हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर एयर स्ट्राइक पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। पाकिस्तान ने इस हमले में किसी भी प्रकार के जान-मान के नुकसान की खबर से इनकार किया है, लेकिन एयर स्ट्राइक की कुछ सैटेलाइट तस्‍वीरें सामने आई हैं, जो भारत के दावे को सही और पाकिस्तान को गलत साबित कर सकती है।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के मिराज विमानों ने जैश के कुल 6 ठिकानों पर इज़राइली बम गिराए थे। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि मिराज-2000 लड़ाकू विमान ने सबसे पहले नियंत्रण रेखा पार कर लंबी दूरी के स्पाइस-2000 बम और एजीएम-142 मिसाइल के जरिए ठिकानों को निशाना बनाया था। इन विमानों में इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर थे, जिसमें फोटोज कैप्चर करने की क्षमता होती है। लेकिन, घने बादलों की वजह से तस्वीरें कैद नहीं हो सकीं। वहीं, सुखोई 30एमकेआई लड़ाकू विमान जो मिराज -2000 की सुरक्षा के लिए घेरा डाले थे, उनकी उच्च तकनीकी क्षमता के कारण बादलों के बावजूद भी इलाके की पूरी तस्वीर ले ली गई।

एक निजी टीवी चैनल के मुताबिक, बालाकोट में जिस जगह पर हमला किया गया था, वहां की सिंथेटिक एपर्चर रडार (एसएआर) तस्वीरें सरकार के पास हैं, जिसमें साफ साफ दिख रहा है कि आतंकियों के अड्डा तबाह हो गया है। इससे पहले कुछ स्वतंत्र सैटेलाइट इमेजरी विशेषज्ञों ने मिराज-2000 फाइटर प्लेन के आतंकी ठिकानों पर सटीक बमबारी को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने दावा किया था कि सैटेलाइट तस्वीरों से यह संकेत मिलते हैं कि बमबारी में नुकसान कम हुआ है और ये बम आतंकी ठिकानों से लगभग 150 से 200 मीटर की दूरी पर गिरे हैं। 

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