नई दिल्ली. कॉल ड्रॉप और नेटवर्क में कमजोरी वाले इलाकों में टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) अगले महीने से विशेष अभियान शुरू करेगा। इसके तहत अलग-अलग जगहों के आंकड़ों को जुटाकर उनकी समीक्षा की जाएगी और समीक्षा में बाद कमी पाए जाने पर उनके सुधार के लिए जरूरी उपाय किए जाएंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए ट्राई चेयरमैन राम सेवक शर्मा ने एक अखबार को बताया कि अक्तूबर 2017 से अब तक 126 शहरों में कॉल ड्रॉप के टेस्ट किए हैं। इस पश्चात उन नतीजों की गहन समीक्षा की जाएगी और जरूरत पड़ने पर नए नियम भी बनाए जाएंगे ताकि लोगों को कॉल ड्रॉप से मुक्ति मिले। उन्होंने कहा कि मोबाइल सिग्नल के लिए गैर कानूनी तरीके से लगाए गए सिग्नल बूस्टर भी मुश्किल खड़ी कर रहे हैं। वे कॉल ड्रॉप के साथ साथ इंटरनेट स्पीड को प्रभावित कर रहे हैं। ट्राई प्रमुख के मुताबिक पिछले सवा साल में देशभर के हाईवे और रेलवे नेटवर्क पर रूटवाइज टेस्टिंग चल रही है। बड़े शहरों में कॉल ड्रॉप की दिक्कत को लेकर 5-6 दिन तक लगातार 200-300 किलोमीटर तक टेस्टिंग की जा रही है। इन सभी आंकड़ों की समीक्षा की जाएगी।