जालंधर में पराली प्रबंधन मशीनों के लिए 1720 आवेदन लॉटरी ड्रा के माध्यम से 857 को सब्सिडी पर सुपर-सीडर, मल्चर-पल्टावा प्लो, बेलर-रेक मिलेगा
रोज़ाना भास्कर जालंधर (ब्यूरो):- पंजाबी में धान की फसल आ जाने के बाद पराली को लगाई जाने वाली आग से फैलने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए इस बार सरकार किसानों को पराली प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर मशीनें उपलब्ध करवा रही है। इसके लिए जिला जालंधर में किसानों से ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन मांगे गए थे। कृषि विभाग के पास सुपर-सीडर, मल्चर-पल्टावा प्लो, बेलर-रेक आदि मशीनों के लिए 1720 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
जिला प्रशासन का कहना है कि बेशक 1720 किसानों या विभिन्न कृषि सोसाइटियों से आवेदन मिले हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर जिन मशीनों पर सब्सिडी दी जाएगी वह 857 मशीनें ही विभाग द्वारा वितरित की जाएंगी। डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल के निर्देश पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग इसके लिए लॉटरी सिस्टम से ड्रा निकालेगा। जिसके नाम की पर्ची निकलेगी उसे मशीन पर सब्सिडी विभाग देगा।
लाभार्थी को 14 दिन में खरीदनी होगी मशीन अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) वरिंदरपाल सिंह बाजवा और मुख्य कृषि अधिकारी जसवंत राय ने बताया कि लॉटरी सिस्टम से जिन भी किसानों की पर्ची निकलेगी सरकार की तरफ से उन्हें सब्सिडी के लिए सेंक्शन पत्र जारी किए जाएंगे। सेंक्शन पत्र मिलने के बाद किसान या सोसाइटी को 14 दिनों के भीतर बताई गई स्पेसिफिकेशन वाली मशीन खरीदनी होगी।
उन्होंने कहा कि इन आवेदनों के निपटारे के लिए 857 विभिन्न मशीनें जैसे सुपर सीडर, मल्चर, पल्टावा प्लो, बेलर-रेक आदि मशीनें उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि उन लोगों को प्राथमिकता दी गई है जिनके पास कम मशीनें हैं या धान का रकबा अधिक है। इंजीनियर नवदीप सिंह ने कहा कि 857 में से पराली के उचित प्रबंधन के लिए जिले में 71 बेलर रेक मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं। जिनके माध्यम से पराली की गांठें बनाकर बिजली उत्पादन प्लाटों, चीनी मिलों, पेलेट इकाइयों को दी जाएंगी।