नीमच. मध्यप्रदेश के नमीच एरिया में अफीम के डोडों को इन दिनों तोते काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे किसानों को अफीम व पोस्ता दाना का नुकसान हो रहा है। किसान तोतों के साथ नीलगायों को अफीम के नशे के लालच में खेतों की ओर बार-बार आने का दावा करते हैं। हालांकि पशु चिकित्सक किसानों की इस बात को तथ्यात्मक रूप से नकार रहे हैं।
जिले में अफीम वर्ष 2018-19 में इस बार 13 हजार 744 किसानों को अफीम की खेती का अधिकार मिला है। उन्हें 10-10 आरी के पट्टे जारी किए गए हैं। इन पर अफीम की फसल लहलहा रही है। अफीम के पौधों में इन दिनों फूलों के साथ डोडे भी काफी लग रहे हैं। लेकिन इन पर तोते व नीलगाय आफत बनकर टूट रहे हैं। सुबह-शाम अफीम के डोडों पर तोतों का कहर बरसता है।
अफीम और इसमें मौजूद मार्फिन की मादकता के कारण तोते विशेषकर अफीम के डोडों को नुकसान पहुंचाते हैं। अफीम की मादकता के कारण तोते व नीलगाय खेतों के आसपास ही दिखाई देती है।