बठिंडा. ठेका मुलाजिम
संघर्ष मोर्चा पंजाब की अगुवाई में थर्मल कर्मियों ने बठिंडा-चंडीगढ़ रोड पर जाम
लगाकर पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। गांव लहरा मोहब्बत के थर्मल प्लांट
की रेलवे लाइन के पास लगाए गए धरने के दौरान रोड़ पर से गुजरने वाला सारा ट्रैफिक
प्रभावित हो गया। बठिंडा से चंडीगढ़ या फिर चंडीगढ़ से बठिंडा आने वाले लोगों को
रामपुरा या भुच्चो के गांवों से होकर मेन हाईवे पर जाना पड़ा। मोर्चा के नेता अपनी
मांगों को लेकर बिजली मंत्री की कोठी का घेराव करने के लिए जा रहे थे, जिनको पुलिस ने
रास्ते में रोक लिया। इसके विरोध में यूनियन नेताओं ने वहीं पर धरना लगा दिया, जिस दौरान
किसानों ने भी समर्थन किया।
मुलाजिमों द्वारा
पंजाब एडहॉक, कांट्रैक्टर, डेलीवेज, टेंपरेरी, वर्कचार्ज व आउटसोर्सिंग वर्करों को वेलफेयर एक्ट 2016 अधीन लाकर
पावरकॉम में सीधी भर्ती करने, छंटनी किए मुलाजिमों को नौकरी पर बहाल करने, 30 सितंबर की छंटनी
नीति रद करने, बठिंडा थर्मल के कच्चे कर्मियों के साथ हुए समझौते को लागू करने
की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। 27 जनवरी को बिजली मंत्री गुरप्रीत सिंह
कांगड़ ने मुलाजिमों के साथ मीटिग कर हर मांग को पूरा करने का भरोसा दिया था, लेकिन अभी तक
किसी भी मामले का हल नहीं किया गया। जिसके रोष में राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया गया।
यूनियन के धरने के
दौरान भारतीय किसान यूनियन उगराहां के जिला उप प्रधान मोठू सिंह कोटड़ा, मास्टर सुखदेव
सिंह जवंधा, जल सप्लाई व सेनिटेशन यूनियन पंजाब से सीनियर उप प्रधान हाकम
सिंह धनेठा, उप प्रधान संदीप खां बलियांवाली, जगसीर सिंह भंगू, राजेश कुमार, खुशदीप सिंह, किरपाल सिंह, इकबाल सिंह
पूहला, बलजिदर सिंह मान, कुलदीप सिंह
सहोता, बलिहार सिंह, गुरविदर सिंह
पन्नू आदि उपस्थित थे।