नई दिल्ली. बसपा सुप्रीमो व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को अपने कार्यकाल में मूर्तियां बनवाने को लेकर तगड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा – खर्च हुए सरकारी पैसे को लौटाना होगा। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मायावती के वकील को कहा कि अपने क्लाइंट को कह दीजिए कि वह मूर्तियों पर खर्च हुए पैसों को सरकारी खजाने में जमा कराएं। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि वह इस मामले पर 2 अप्रैल को सुनवाई करेंगे।
मूर्तियों पर जनता के पैसे खर्च होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 2009 में जनहित याचिका दी गई थी। लगभग 10 साल बाद इस पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च अदालत ने कहा, प्रथम दृष्टया तो बीएसपी प्रमुख को मूर्तियों पर खर्च किया गया जनता का पैसा लौटाना होगा। बता दें कि मायावती ने बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हाथी और अपनी कई मूर्तियां लगवाई थीं। बीएसपी प्रमुख ने कई पार्क और स्मारक भी ऐसे बनवाए थे जिसमें उनकी और हाथियों की मूर्तियां थीं। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले भी 2015 में उत्तर प्रदेश की सरकार से पार्क और मूर्तियों पर खर्च हुए सरकारी पैसे की जानकारी मांगी थी। उत्तर प्रदेश में पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार इस मुद्दे पर बसपा को घेरते रहे हैं।
![](https://www.rozanabhaskar.com/wp-content/uploads/2019/02/mayawati-statue.jpg)
![](https://www.rozanabhaskar.com/wp-content/uploads/2019/02/mayawat-statue-2.jpg)