चंडीगढ़. पुलिस ने बीती रात जीरकपुर के नजदीक मुठभेड़ में लॉरेंस बिशनोई गैंग के गुर्गे अंकित भादू को मार कर उसके गैंग के दो अन्य मेंबर जरमनप्रीत सिंह और गुरविन्दर सिंह को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी तरनतारन जिले से संबंध रखते हैं। कुंवर विजय प्रताप सिंह, आई.जी.पी. इंटेलिजेंस, संगठित अपराध नियंत्रण यूनिट ने बताया कि अबोहर के गांव सिरीए वाला का अंकित भादू और उसके दो साथी गंभीर अपराधों के लिए वांछित थे।
पुलिस को सूचना मिली थी कि अंकित भादू जीरकपुर के महालक्ष्मी अपार्टमेंट में किराये के फ्लैट में छिपा हुआ है, जिस पर डीएसपी बिक्रम सिंह बराड़ की टीम ने इस इलाके को घेरा डाला। परन्तु उसने पुलिस पर गोलीबारी करके भागने की कोशिश की और पड़ोस के एक फ्लैट में घुस गया। यहां उसने दो बच्चों को बंधक बना लिया। अंकित भादू ने पुलिस पर फायरिंग की और इसमें .एस.आई. सुखविन्दर सिंह जख्मी हो गये। मुठभेड़ के दौरान उसके दो साथी पुलिस ने मौके पर गिरफ्तार कर लिए और अंकित भादू की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। आई.जी. ओ.सी.सी.यू ने और बताया कि कुल 3 पिस्तौल, एक मैगन और 43 जिंदा कारतूस इन अपराधियों से मिले हैं, कुछ हथियार विदेशी भी हैं।
सात राज्यों की पुलिस को थी अंकित भादू की तलाश
आई.जी. ने कहा कि अंकित भादू को विभिन्न मामलों में उत्तर भारत के सात राज्यों की पुलिस ढूंढ रही थी और उसके राजस्थान और हरियाणा पुलिस की तरफ से 1-1 लाख रुपए का इनाम रखा हुआ था, जबकि पंजाब पुलिस ने उस पर 2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। उन्होंने कहा कि अंकित भादू के खिलाफ हत्या और फिरौती के पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश आदि में अनेकों केस दर्ज थे। उस पर 7 कत्ल केस दर्ज थे।