जम्मू. जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद दस लोग लापता हैं। भारी बर्फबारी और भूस्खलन के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राजमार्ग शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुरुवार शाम जवाहर टनल के पास एक पुलिस चौकी के पास हिमस्खलन हुआ। लापता लोगों में छह पुलिसकर्मी, दो अग्निशमन सेवा के कर्मचारी और दो कैदी हैं। हिमस्खलन के तुरंत बाद खोज और बचाव अभियान शुरू हुआ लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें बाधा आ रही है। ये जवान कल शाम से फंसे हैं व 12 घंटे से अधिक समय हो गया है।
बनिहाल सेक्टर में हिमस्खलन और रामसू-रामबन इलाके में भूस्खलन के कारण शुक्रवार को राजमार्ग पर यातायात की अनुमति नहीं है। यातायात विभाग के अधिकारियों ने कहा कि काजीगुंड और जवाहर सुरंग के बीच हिमस्खलन हुआ था जहां अभी तक सफाई नहीं हो पाई है। राजमार्ग पर यातायात की बहाली में कम से कम तीन दिन लग सकते हैं इसलिए प्रशासन ने घाटी में पेट्रोल और डीजल की बिक्री को सीमित करने का आदेश दिया है। कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर बसीर अहमद खान द्वारा जारी एक आदेश में पेट्रोल पंपों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रतिदिन प्रति वाहन तीन लीटर पेट्रोल और वाणिज्यिक वाहनों को 10 लीटर डीजल से अधिक की आपूर्ति न करें। उधर, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग में गुरुवार को हिमस्खलन के कारण एक रिसार्ट में फंसे हुए दो लोगों को बचाया गया। जम्मू-कश्मीर के कुल 22 में से 16 जिलों में अगले 24 घंटों में बर्फीले तूफान की चेतावनी स्नो एंड एवलांच स्टडीज इस्टेवलिशमेंट की तरफ से जारी की गई है। सोलह जिलों में अनंतनाग, बांडीपोरा, बारामूला, बडगाम, गांदरबल, कुलगाम और कारगिल जिलों के अलावा पुंछ, राजोरी, रामबन, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, उधमपुर और लेह जिला शामिल है।