मुंबई/जालंधर (रोजाना भास्कर): भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल और करिश्माई कप्तानों में से एक, विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। सोमवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कोहली ने भावुक अंदाज में अपने 14 साल लंबे टेस्ट करियर को याद किया और इस फॉर्मेट को अपना सबकुछ देने की बात कही।
उन्होंने लिखा, “टेस्ट क्रिकेट ने मेरी परीक्षा ली, मुझे पहचान दी और मुझे ऐसे सबक सिखाए, जिन्हें मैं जीवनभर संजोकर रखूंगा।” कोहली ने पहली बार 2009 में भारत के लिए टेस्ट खेला था और इसके बाद से उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 30 शतक, 31 अर्धशतक और 7 दोहरे शतक लगाए।
BCCI ने कोहली के फैसले को “एक युग का अंत” बताया और आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा, “थैंक्यू विराट, आपकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।” वहीं उनके खास दोस्त और पूर्व साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी एबी डिविलियर्स ने कोहली को “सच्चा लीजेंड” बताया।
हालांकि, हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोहली का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। उन्होंने 9 पारियों में 190 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल था और उनका औसत 23.75 रहा। 10 मई को कोहली ने BCCI को अपने संन्यास का निर्णय बताया, जिस पर बोर्ड ने पुनर्विचार करने का सुझाव भी दिया, लेकिन 11 मई को बातचीत के बाद कोहली अपने फैसले पर अडिग रहे।
कोहली ने अपने संदेश में लिखा कि सफेद जर्सी पहनना उनके जीवन का सबसे खास अनुभव था और उन्होंने अंत में अपनी टेस्ट जर्सी का नंबर ‘269’ लिखते हुए “साइनिंग ऑफ” कहा।
विराट का यह कदम न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए भावुक क्षण है, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में एक सुनहरे अध्याय के समाप्त होने जैसा है। हालांकि कोहली अब इस फॉर्मेट में नहीं दिखेंगे, लेकिन उनका जुनून, नेतृत्व और जज्बा हमेशा क्रिकेटप्रेमियों के दिलों में जिंदा रहेगा।