Canada News: कनाडा में नौकरी से लेकर आवास महंगे लेकिन फिर भी पीआर की दीवानगी… बेरोज़गारी दर इतने फीसदी बढ़ा!

अभी कनाडा के पास पीआर के लिए साढ़े आठ लाख आवेदन पैंडिंग, आगे दो साल के निर्धारित लक्ष्य से अधिक

हरीश शर्मा, जालंधर (रोजाना भास्कर)

जालंधर। कनाडा में बेरोजगारी व महंगाई उच्चदम दर पर है और इसका सबसे अधिक असर पंजाबी समुदाय के लोगों पर है। कनाडा में में बेरोजगारी 6.8 फीसदी पर पहुंच गई जो सितंबर 2021 के बाद इसका उच्चतम स्तर है। बेरोजगारी दर में 1.8 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस दौरान युवा बेरोजगारी दर 4.6 फीसदी की तेजी के साथ 13.9 फीसदी पर पहुंच गई है। लेकिन फिर भी कनाडा में पीआर लेने वालों की लंबी कतार है।

कनाडा में बैंक ब्याज से लेकर अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। कनाडा की आपराधिक खुफिया सेवा के अनुसार, कनाडा में 2,600 से अधिक संगठित क्रिमिनल ग्रुप्स सक्रिय हैं. जो सार्वजनिक सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं।

ये समूह विभिन्न अवैध गतिविधियों में शामिल हैं, जिनमें अवैध दवा बाजार, हिंसक अपराध और वित्तीय अपराध शामिल हैं। मौजूदा समय में,कनाडा में अशांति है और लगभग 40 मिलियन की छोटी आबादी वाले देश में, पिछले लगभग दो वर्षों में लगभग पांच प्रतिशत अप्रवासी आए हैं। खालिस्तानी अलगाववादियों का अनुचित प्रभाव होने के कारण भारत व कनाडा के रिश्तों में खटास चरम पर है।

लेकिन कनाडा इमिग्रेशन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा ने 2025 के लिए परमानेंट रेजिडेंट (पीआर) लक्ष्य 500,000 से घटाकर 395,000 कर दिया गया। 2026 के लिए पीआर लक्ष्य 380,000 और 2027 के लिए 365,000 है। कनाडा में 2025 व 2026 के दो सालों में 7 लाख 75 हजार लोगों को अस्थायी नागरिकता प्रदान की जायेगी। लेकिन हैरानीजनक बात है कि कनाडा में 836,900 परमानेंट रेजिडेंसी के आवेदन अभी पैडिंग चल रहे हैं। यानी दो साल का अग्रिम कोटा कतार में लगा है।

हालांकि कनाडा ने पीआर लेने में काफी सख्ती की है। पीआर के लिए एलएमआईए के 50 नंबर को खत्म कर पंजाब को बड़ा झटका दिया है। पंजाब के अधिकतर लोग कनाडा में घूमने के लिए जाते हैं और वहां पर एलएमआईए खरीदकर पीआर लेते थे। यह पीआर लेने का एक चोर रास्ता था, जिस पर 40 लाख रुपये खर्च आते थे। लेकिन कनाडा ने इस रास्ते को बंद कर झटका दिया है लेकिन फिर भी आवेदनों की कमी नहीं है। कनाडा में पीआर धारकर अपने माता पिता की पीआर फाइल का आवेदन नहीं कर सकते हैं, यह कड़ा नियम अभी लागू किया गया है।

कनाडा इमिग्रेशन के एक्सपर्ट परविंदर सिंह मोंटू का तर्क है कि कनाडा में पंजाबी भारी संख्या में आ चुके हैं। पिछले सालों में स्टूडेंट वीजा भी थोक में बांटे गए हैं। भारी संख्या उन लोगों की भी है, जो अपनी स्टडी व वर्क परमिट पर हैं और अपनी पीआर की फाइल लगाकर इंतजार कर रहे हैं। यह संख्या अगले सालों में बढ़ने वाली है और कनाडा कैसे इसको संभालेगा ? यह एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।