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पिता की 10 लाख की हेल्थ इंश्योरेंस करवाई, बीमार होने पर अस्पताल ले गए तो पता लगा कि इंश्योरेंस के नाम पर ठगी कर गया एजेंट अब शहर में मेडिकल इंश्योरेंस के नाम से घूम रहे फर्जी एजेंटों से रहे सावधान। पुलिस भी नहीं दे रही साथ:सुरिन्दर,विमल

जालंधर रोज़ाना भास्कर.(हरीश शर्मा)विदेश भेजने का झांसा देकर ठगने वाले एजेंटों के बारे मे आये दिनों सुनने को मिलता रहता है।
अब शहर में मेडिकल इंश्योरेंस के नाम पर हो रही ठगी की
जानकारी देते हुए सुरिन्दर सिंह पुत्र सरदार सिंह वासी भीमनगर व विमल राय ने बताया कि पिछले बीते दिनों उन्होंने एक राज महे नामक व्यक्ति से बजाज मेडिकल इंश्योरेंस करवाई थी जो कि उसने खुद को कंपनी का एजेंट बताया राज महे की बातों में आकर सुरिन्दर ने अपनी व अपने पिता की मेडिकल इंश्योरेंस करवाई थी। राज महे नामक एजेंट ने उनसे ₹20 हजार प्रति मेडिकल इंश्योरेंस के हिसाब से तीन दोस्तों से पैसे लिए वे उनको कहा कि आपकी इंश्योरेंस सर्टिफिकेट कोरियर राही आपके पास 10 से 15 दिन में पहुंच जाएंगे एक महीना बीतने के बाद जब उन्होंने एजेंट राज महे से संपर्क किया तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया शक होने पर बजाज मेडिकल इंश्योरेंस कंपनी के ऑफिस में कुछ अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा ऐसी कोई भी मेडिकल इंश्योरेंस आपकी नहीं हुई। ठगे गए तीनों व्यक्तियों ने जब राज महे से बार बार फोन पर बात करनी चाही तो राज ने उन्हों को पैसे वापस लौटाने की जिम्मेवारी ली कहां की मुझे 10 दिन की मोहलत दो मैं आपके पैसे वापस कर दूंगा जब राज महे ने पैसे वापस नहीं करे तो तीनों व्यक्तियों ने इस सारी घटना की जानकारी जालंधर के पुलिस कमिश्नर को दी पुलिस कमिश्नर ने आश्वासन दिलाया कि आपको जल्द से जल्द इंसाफ मिलेगा वह आपके साथ हुई ठगी के पैसे वापस दिलवाए जाएंगे लेकिन सुरिन्दर सिंह वह विमल राय का कहना है कि हमें पुलिस कमिश्नर को कंप्लेंट दिए जिसका नंबर 2039-DCP 31,5,2019 तकरीबन दो महीने हो चुके है अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई हम अपनी कंप्लेंट लेकर कभी पटेल चोंक सामने थाना 2 दूसरी मंजिल एंटी फ़्रॉड स्टाफ के ऑफिस आते हैं कभी पुलिस कमिश्नर ऑफिस विमल राय और सुरिन्दर ने बताया कि पटेल चौक के पास एंटी फ्रॉड ऑफिस मैं हमें कई बार बुलाया गया लेकिन जिसके खिलाफ कंप्लेंट दी थी उसे एक बार भी नहीं बुलाया गया सुरिन्दर व विमल का कहना है कि वह फर्जी एजेंट राज महे आज भी शहर में खुलेआम कईयों के साथ धोखा घड़ी कर रहा है और पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा हमें बार बार थाने में बुला कर परेशान किया जा रहा है व हमे कुछ भी बताने से पुलिस इंकार रही है बस पुलिस द्वारा एक-दो दिन की बात कह कर टाल दिया जाता है सुरिन्दर सिंह,विमल राय का कहना है कि अगर हमें इंसाफ ना मिला तो हम पुलिस प्रशासन व एजेंट के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे।

सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उसने राज महे से अपने पिता की 10 लाख की मेडिकल इंश्योरेंस करवाई थी।
सुरेंद्र सिंह का कहना है कि अगर उसके साथ ठगी ना हुई होती तो आज उनकी 10लाख की मेडिकल इंश्योरेंस होती और उनके पिता का इलाज हो पाता सुरेंद्र सिंह के पिता कि अचानक तबीयत खराब हो जाने पर जब उन्हों को हॉस्पिटल लेजाया गया तो हॉस्पिटल वालों से मेडिकल इंश्योरेंस के बारे में बात की गई उन्होंने मेडिकल इंश्योरेंस आईडी मांगी तो सुरिन्दर ने इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क किया तब जाकर पता चला कि सुरिन्दर के साथ धोखा हो चुका है व ऐसी कोई भी पॉलसी उसके पिता के नाम पर कि ही नहीं गई आज हॉस्पिटल में तकरीबन सुरिन्दर का डेढ़ लाख से ऊपर खर्च हो चुका है जिससे वह काफी तंग व परेशान है सुरिन्दर ने आखिर में पुलिस प्रशासन का दरवाजा खटखटाया जहां पर
2 महीने बीत जाने पर भी कोई सुनवाई नहीं हो पाई।

इस बारे में जब एंटी फ्रॉड के इंचार्ज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह कंप्लेंट ASI गुरिंदर सिंह के पास है तभी ASI गुरिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि और भी कई काम होते हैं में अभी फैमिली के काम से बाहर आया हु उसके बाद ऑफिस के काम गुरिंदर सिंह ने कहा कि अभी कुछ दिन और लगेंगे इतना कह फोन काट दिया।

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