Crime धर्म नई दिल्ली

सोढल मंदिर प्रबंधक कमेटी और गुरुद्वारा प्रबंधकों में विवाद, शीतल विज से सिख युवकों ने की हाथापाई

चेयरमैन शीतल विज को शांत करते हुए मंदिर कमेटी, समर्थक व पुलिस मुलाजिम।
नारेबाजी करते हुए सिख।
विनय जालंधरी को शांत करते पुलिस मिलाजिम।
चेयरमैन शीतल विज पर हमला करने की कोशिश और सिखों को रोकते हुए पुलिस मुलाजिम।
सिखों के साथ मीटिंग करते हुए एसजीपीसी मेंबर कुलवंत सिंह मन्नण व अन्य।

माहौल गर्माया, बड़ी गिनती में हिंदू और सिख जत्तेबंदियां मौके पर, एडीसीपी, एसीपी, 2 थानों के एसएचओ मामला ठंडा करने की कोशिश में

जालंधर ( हरीश शर्मा). श्री सिद्ध बाबा सोढल मेला प्रबंधक कमेटी और गुरुद्वारा सोढल के प्रबंधकों के बीच शुक्रवार को माहौल गर्मा गया। विवाद टूटकर गिरी दीवार को बनाने से शुरू हुआ। इस दौरान कुछ सिखों ने श्री देवी तालाब प्रबंधक कमेटी के प्रधान और श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर के चेयरमैन शीतल विज से हाथापाई कर दी, जिससे माहौल बिगड़ गया।
दरअसल कुछ दिन पहले बरसात के कारण श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर की दीवार गिर गई थी। मेला नजदीक होने के चलते शुक्रवार को ट्रस्ट की ओर से मजदूर लगाकर दीवार बनानी शुरू कर दी। दीवार बनती देख सिखों ने भी एक और दीवार बनानी शुरू कर दी। मेले में उक्त दीवार से दिक्कत आनी थी तो मंदिर प्रबंधकों ने गुरुद्वारा प्रबंधकों से बात करके दीवार बनानी रोक दी। इसके बाद करीब आधा दर्जन सिख युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। माहौल बिगड़ता देख चेयरमैन शीतल विज ने उनसे बात की लेकिन मामला और गर्मा गया। इसके बाद दोनों तरफ से गालीगलौज हुई और सिख युवक शीतल विज से हाथापाई पर उतर आए। यह देखकर दोनों पक्षों ने तलवारें निकाल लीं। इस दौरान मौके पर एडीसीपी सुडवविजी, एसीपी नार्थ, थाना-8 और थाना-3 के एसएचओ बड़ी गिनती में पुलिस मुलाजिमों के साथ मौके पर मौजूद थे। उन्होंने किसी तरह हमलावरों को रोका। शाम करीब 4 बजे हिंदू संगठन पुलिस कमिश्नर के पास पहुंच गए जबकि एसजीपीसी मेंबर एवं जिला अकाली दल प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण गुरुद्वारा साहिब में समर्थकों के साथ पहुंच गए। इस दौरान सिखों ने चेतावनी दी कि अगर मामला नहीं सुलझा तो वे मेला नहीं होने देंगे। इस बात से हिंदू संगठनों में भी रोष व्याप्त है।
जिक्रयोग है कि मंदिर और गुरुद्वारा कमेटी का विवाद कई दशक पुराना है। जुलाई, 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर प्रबंधक कमेटी की फेवर में फैसला दे दिया। ट्रस्ट ने रजामंदी से गुरुद्वारा साहिब की चाबियां नहीं लीं।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *