बोले- स्कैंडल में राजनीतिक, अफसरशाही और ठेकेदार सभी शामिल
जालंधर. कांगेसी नेता व आरटीआई एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह ने नगर निगम पर डीजल की झूठी खपत दिखा कर करोड़ों का स्कैंडल करने का आरोप लगाया है। आरटीआई कार्यकर्ता सिमरनजीत सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि इस स्कैंडल के पीछे राजनीतिक, अफसरशाही और ठेकेदार सभी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जालंधर के विभिन्न स्थानों पर निगम के करीब 11 डिस्पोजलों को चलाने के लिए जैनरेटर सैट लगा रखे हैं। सरकार की तरफ से सभी डिस्पोजलों पर हॉट लाइन की सुविधा भी दी गई है, ताकि लाइट जाने पर भी डिस्पोजल का कामकाज प्रभावित न हो, लेकिन इसके बावजूद सभी डिस्पोजलों पर 40 वाट से लेकर 180 किलोवाट तक के जैनरेटर लगाए गए हैं। सिमरनजीत ने कहा कि इस घोटाले के खुलासे के लिए उन्होंने आरटीआई के जरिए जैनरेटर की लॉग बुक हासिल की तो पता चला कि नगर निगम ने एंट्रियों के जरिए रोजाना बत्ती गुल, बिजली की कम सप्लाई या बिजली खराब दिखाकर यह दर्शाने की कोशिश की है उक्त समय में काम को सुचारू रखने के लिए जैनरेटर का प्रयोग किया गया है।
इसी के जरिए डीजल की खपत को दिखाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि लॉग बुक में गलत एंट्रियां डाल करोड़ों रुपए के स्कैंडल को अंजाम दिया गया। सिमरनजीत ने कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह, नवजोत सिद्धू और विजीलेंस को इस घोटाले की शिकायत देंगे तथा इस घोटाले के पीछे सभी लोगों के चेहरे बेनकाब करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेसी नेता संदीप खोसला भी मौजूद थे।