इस्लामाबाद. इंडियन एयरफोर्स के मिराज-2000 विमान मंगलवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर कहर बनकर टूटे। इन विमानों ने हजारों किलो के बम से कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इस बीच पाकिस्तान इस हमले को अभी भी ‘हमला’ मानने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान की सेना ने इसे अपनी सीमा में घुसने का असफल प्रयास करार दिया है। हालांकि उसके इस दावे की पोल उसके अपने नागरिकों ने खोल दी है।
पाकिस्तान की सेना प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ ने सुबह ट्वीट कर भारत पर सीमा के उल्लंघन का आरोप लगाया और लिखा है कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की थी। उन्होंने आगे लिखा है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा ठीक समय पर प्रभावी जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की त्वरित कार्रवाई के बाद भारतीय विमान बालाकोट में पेलोड गिराकर भाग गया।
पाकिस्तान सेना के इस बयान में बालाकोट का जिक्र आने के बाद पाकिस्तान में बवाल मच गया। दरअसल पाकिस्तान में बालाकोट नाम से दो जगहें हैं। एक जगह एलओसी के नजदीक है और दूसरा करीब 80 किलोमीटर दूर है। एलओसी से सटा बालाकोट पीओके में आता है और तकनीकी रूप से यह पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है। दूसरा बालाकोट पाकिस्तान की सरजमीं पर है। इस भ्रम के बाद पाकिस्तानी पत्रकारों ने सेना से सवाल पूछना शुरू कर दिया कि किस बालाकोट पर भारत ने हमला किया है।