मेयर की आज सभी ब्रांचों के साथ रिव्यू मीटिंग: दो दिन पहले मांगा था वसूली का रिकॉर्ड, आज तक की थी डेडलाइन

नए हाउस में सभी ब्रांचों को देना होगा हिसाब, निगम में आमदनी और खर्च के ये रहे आंकड़े… पढ़ें

जालंधर (रोजाना भास्कर)। नगर निगम जालंधर में पहली बार सत्ता में आई आम आदमी पार्टी के मेयर वनीत धीर ने बजट को लेकर नगर निगम के नए हाउस की बैठक की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मेयर वनीत धीर ने वादे के मुताबिक सभी ब्रांचों से आय- व्यय का हिसाब मांगा है। मेयर धीर ने जबाव मांगा था रिपोर्ट बुधवार को आधिकारिक तौर पर तैयार होगी, फिर वीरवार को दर्ज की जाएगी। जब सभी ब्रांचों की बीते एक वर्ष की कार्यप्रणाली को रिव्यू किया तो खुलासा हुआ कि चालू वित्तीय वर्ष में बिल्डिंग ब्रांच में 66 करोड़ टारगेट में से सिर्फ 35 करोड़ आमदनी ही हुई है। वहीं प्रॉपर्टी टैक्स का 51.50 करोड़ का लक्ष्य है, जोकि अब तक 38 करोड़ ही वसूला जा सका है। ऐसे में हाउस जो अपना पहला बजट तैयार करेगा, उसके लिए तैयारी भी खुद ही करनी होगी क्योंकि ब्रांचों के कमाई भी लक्ष्य भी अधूरे हैं।

मेयर ने अधिकारियों के साथ बैठक में जनता का दर्द बन चुकी सिटी की मेन सीवर लाइन की डी-सिल्टिंग की प्लानिंग करने पर फोकस किया। यह भी कहा गया कि निगम में वर्क कल्चर बनाया जाए और जनता के सामने निगम की इमेज बदली जाए। वहीं, प्रॉपर्टी टैक्स, तहबाजारी ब्रांच, बिल्डिंग ब्रांच, सीवर-वाटर समेत अन्य ब्रांचों से लक्ष्य और वसूली का रिकॉर्ड भी तलब किया है। ब्रांचों को रिकॉर्ड वीरवार को देना है। इसके बाद सभी ब्रांचों के साथ रिव्यू मीटिंग होगी। इसके बाद नए वित्तीय वर्ष के बजट में लक्ष्य को बढ़ाने का काम भी होगा। दरअसल निगम में हर महीने आर्थिक संकट बना रहता है। हर माह जीएसटी के 12 से 13 करोड़ से निगम को ऑक्सीजन मिलती है।

सभी ब्रांचों की आय बढ़ाने को लेकर मंथन करेंगे: मेयर

नगर निगम की सभी ब्रांचों से लक्ष्य व वसूली का रिकॉर्ड पीपीटी में नगर निगम मांगा है। वीरवार को ब्रांचों के साथ फिर से रिव्यू मीटिंग होगी। इसमें निगम की विभिन्न ब्रांचों की आय बढ़ाने पर मंथन किया जाएगा।

नगर निगम के हर महीने होने वाले खर्चे और कमाई

हर महीने वेतन: 17 करोड़ 

• स्ट्रीट लाइट का बिजली बिल: 75 से 80 लाख

• एसटीपी और वाटर डिस्पोजल का बिजली बिल : एक करोड़

• वाहनों का डीजल खर्च : 1.50 करोड़

• जीएसटी के 13 करोड़ रुपए प्रॉपर्टी टैक्स से 2.50 करोड़

• एसटीपी की मेंटेनेंस: 50 लाख रुपए

• वर्कशॉप में वाहनों की मेंटेनेंस 50 लाख रुपए

• ओएंडम ब्रांच ट्युवबेल ऑपरेशन एवं मेंटेनेंस और नए लगाने का खर्च 2 करोड़ रुपए

•हर महीने की निगम को होने वाली आमदनी बिल्डिंग ब्रांच से 2.50 करोड़

– सीवर वाटर ब्रांच से 1.50 करोड़