नई दिल्ली

बाबा रामदेव ने खरीदी बहुकरोड़ी कंपनी… बाबा रामदेव कारपोरेट सेक्टर में पैर जमाने लगे… पढ़िए बाबा जी ने कौन सी कंपनी को 4325 करोड़ में खरीदी…

जालंधर, रोजाना भास्कर (हरीश शर्मा). योग गुरू बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि समूह अब तक के सबसे बड़े अधिग्रहण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कर्जदाताओं ने कर्ज में डूबी खाद्य तेल कंपनी रुचि सोया के अधिग्रहण के लिए पतंजलि आयुर्वेद की 4,325 करोड़ रुपये की बोली को मंजूरी दे दी। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पतंजलि ने ऋण शोधन नीलामी में रुचि सोया का अधिग्रहण किया है। कर्जदाताओं ने 9,300 करोड़ रुपये के कर्ज की वसूली के लिए यह नीलामी शुरू की थी। एकमात्र बोलीदाता रह गयी थी पतंजलि अडाणी विलमर के बोली से हटने के बाद रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली घरेलू कंपनी रुचि सोया के लिए पतंजलि एकमात्र बोलीदाता रह गयी थी। अडाणी विलमर का चयन कुछ महीने पहले सबसे बड़ी बोलीदाता के रूप में हुआ था। इसके बावजूद उसने बोली से हटने का निर्णय किया।
सूत्रों के मुताबिक कर्जदाताओं ने मंगलवार को पतंजलि की 4,325 करोड़ रुपये की संशोधित बोली को मंजूरी दे दी। करीब 96 फीसदी मतदान इसके पक्ष में हुए। रुचि सोया के अधिग्रहण के साथ पतंजलि सोयाबीन तेल तथा अन्य उत्पादों के मामले में एक बड़ी कंपनी होगी। रुचि सोया पर 9,345 करोड़ रुपये बकाया उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कंपनी विधि प्राधिकरण (एनसीएलटी) ने कर्जदाता स्टैन्डर्ड चार्टर्ड बैंक तथा डीबीएस बैंक के आवेदन पर रुचि सोया के मामले को ऋण शोधन कार्यवाही के लिये भेजा था। ऋण शोधन कार्यवाही के लिये शैलेन्द्र अजमेरा को समाधान पेशेवर नियुक्त किया गया। रुचि सोया इंडस्ट्रीज के ऊपर 9,345 करोड़ रुपये का बकाया है। इन बैंकों ने दिया है कंपनी को कर्ज वित्तीय कर्जदाताओं में भारतीय स्टेट बैंक ने सर्वाधिक 1800 करोड़ रुपये का कर्ज दे रखा है। उसके बाद क्रमश: सेंट्रल बैंक आफ इंडिया (816 करोड़ रुपये), पंजाब नेशनल बैंक (743 करोड़ रुपये) तथा स्टैन्डर्ड चार्टर्ड बैंक इंडिया (608 करोड़ रुपये) का स्थान है।

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